एक साथ जलीं चिताएं, रो पड़े लोग, गांवों में शोक
महराजगंज: मुंबई के कुर्ला में भवन ढहने से महराजगंज के आठ युवकों की मृत्यु के बाद गुरुवार की देर रात को जब शव घर पहुंचा तो कोहराम मच गया। आनन-फानन ग्रामीणों ने सात शवों का अंतिम संस्कार देर रात में ही कर दिया, जबकि एक शव का अंतिम संस्कार स्वजन ने सुबह किया।
देर रात रोहिन नदी के किनारे सेमरहवा गांव के कुरहवा घाट पर एक तरफ पांच व दूसरे तट पर दो चिताएं सजाई गईं। यहां हनुमानगढ़िया गांव के कुशहर प्रजापति, श्यामू प्रजापति, अनूप गौड़, धोतियहवा गांव के अनिल, संपतिया गांव के विपिन व सेमरहवा के अनूप राजभर व शिकंदर राजभर का अंतिम संस्कार हुआ। एक साथ सात शवों को जलता देख सभी का कलेजा हिल गया।
कजरी गांव के अरविंद भारती का अंतिम संस्कार शुक्रवार की सुबह चिरइया घाट पर हुआ। मुंबई में हुए हादसे में नौतनवा तहसील के चार गांवों के आठ शव देर रात्रि उनके पैत्रिक घर पहुंचे, तो गांवों में कोहराम मच गया । हनुमानढ़िया, धोतियहवा, सेमरहवा गांव में जब मृतकों का शव उनके घर पहुंचा तो पूरे गांव की महिलाएं व पुरुष हर कोई विलाप करने लगा। क्षेत्र के श्यामकरन, गोविंद, दीपक ,राधे, लौहर, रामू, राजेन्द्र, पीतांबर, संजय, बबलू, रामलाल सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे। मृतकों के गांव में लोग शोक में हैं।
एडीएम डा.पंकज कुमार वर्मा ने बताया कि मुंबई हादसे में मृत महराजगंज के सभी आठों शवों का अंतिम संस्कार कर दिया गया है। मृतकों के स्वजन को प्रशासन की तरफ से अहेतुक सहायता उपलब्ध कराई जा रही है।
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किसी ने पति खोया, तो कोई बेटा:
मुम्बई हादसे में आठ लोगों की मृत्यु के तीसरे दिन भी चारों गांवों के अधिकांश घरों में चूल्हे नहीं जले। हर कोई इस भयावह सदमे से नहीं उबर पा रहा है। सोमवार को कुर्ला हादसा नौतनवा तहसील के चारों गांवों पर विपत्ति का पहाड़ टूट पड़ा। जिसमें किसी ने पति खोया तो कोई बेटा कुछ ने भाई। ऐसे ह्रदय विदारक घटना से पूरा क्षेत्र में शोक की लहर में डूब गया।