नेपाल भेजी गई थी 3600 क्विंटल प्याज
प्याज निर्यात पर रोक के बावजूद अंतरराष्ट्रीय बार्डर सोनौली व ठूठीबारी से प्याज जाती रही। आलू के कागजात पर प्याज की तस्करी के खुलासे ने कस्टम विभाग की कार्यप्रणाली को भी संदेह के घेरे में ला दिया है। क्या सचमुच कस्टम विभाग इससे अंजान था।
महराजगंज: प्याज निर्यात पर रोक के बावजूद अंतरराष्ट्रीय बार्डर सोनौली व ठूठीबारी से प्याज जाती रही। आलू के कागजात पर प्याज की तस्करी के खुलासे ने कस्टम विभाग की कार्यप्रणाली को भी संदेह के घेरे में ला दिया है। क्या सचमुच कस्टम विभाग इससे अंजान था।
इस सवाल का जवाब तलाशने में राजस्व खुफिया निदेशालय लखनऊ की टीम जुट गई है। शुक्रवार को नौतनवा कस्बे से हिरासत में लिए गए व्यापारी सन्नी मद्धेशिया से पूछताछ जारी है। राजस्व खुफिया निदेशालय की टीम की इस कार्रवाई से कस्टम व पुलिस महकमा अनजान बना हुआ है। जांच में जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक 3600 क्विंटल प्याज ठूठीबारी- महेशपुर बार्डर से नेपाल भेजी गई थी।
पकड़े गए सन्नी मद्धेशिया से पूछताछ में कई मामले खुलकर सामने आ रहे हैं। जिसमें सोनौली कस्टम के कुछ अधिकारियों से भी पूछताछ करने की सूचना मिल रही है। यह प्याज सीधे कस्टम कार्यालय के सामने से चली गई। जबकि कागज आलू निर्यात के दिखाए गए। इसके पूर्व भी ठूठीबारी-महेशपुर बार्डर से भी तीन ट्रक प्याज अवैध रूप से नेपाल भेजी गई थी।
कस्टम उपायुक्त शशांक यादव ने बताया कि इस समय प्याज नेपाल में नहीं जा रही है। 30 सितंबर को आलू के कागज पर प्याज पास कर दिया गया था, जिसकी जांच डीआरआइ टीम कर रही थी, जब साबित हो गया कि प्याज ठूठीबारी- महेशपुर बार्डर से गई है। उसी के आधार पर सन्नी मद्धेशिया पर कार्रवाई की गई है।