अधिक पैदावार के लिए बर्मी कंपोस्ट के प्रयोग पर जोर
महराजगंज : राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के जिला सलाहकार ताहिर अली ने सदर विकास खंड अंतर्गत ग्राम सभा
महराजगंज : राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के जिला सलाहकार ताहिर अली ने सदर विकास खंड अंतर्गत ग्राम सभा बैजनाथपुर कला में शनिवार को आयोजित किसान पाठशाला में धान की नर्सरी की कटाई के बारे में विस्तार से जानकारी दी और किसानों को मृदा परीक्षण से होने वाले फायदे के बारे में बताया। ताहिर अली ने कहा कि हर किसान को वर्ष में एक बार अपने खेत की मृदा का परीक्षण कराना चाहिए। इससे पता चलता है कि मिट्टी में किस तत्व की कमी है। जिस तत्व की कमी मिले उसका उपाय भी करना चाहिए। इससे पैदावार में डेढ़ गुना वृद्धि होगी और फसल को रोग भी नहीं लगेगा। कृषि तकनीकि सहायक सुनील कुमार मिश्र व मोहन प्रसाद ने कहा कि भूमि की उर्वरा शक्ति बढ़ाने के लिए किसान को ढैंचा की बोआई करनी चाहिए। ढैंचा की बोआई खरीफ अभियान के दौरान खेतों की तैयारी के समय करना चाहिए। ढैंचा बोने के 45 दिन बाद पलट देना चाहिए, इससे भूमि की उर्वरा शक्ति बढ़ जाती है और भूमि के ऊसर होने की संभावना खत्म हो जाती है। प्राविधिक सहायक अभिषेक विश्वकर्मा ने वर्मी कंपोस्ट बनाने, खरपतवार नाशी दवाओं के बारे में विस्तार से बताया और वैज्ञानिक विधि से खेती पर जोर दिया। किसान मनोज कुमार, सोना देवी, छोहारी देवी, संजय यादव, जयश्री, रामदेव, झंकरी बाबा, सर्वजीत, सुग्रीव प्रसाद, मुनिया देवी, फातिमा निशा, रामदेव, जय श्री, शेषमणि, अजय कुमार, रामबदन आदि किसानों ने सोलर पंप पर मिल रहे अनुदान एवं बर्मी कंपोस्ट प्रति एकड़ कितना प्रयोग करें के बारे में पूछा तो कृषि विषेषज्ञों ने दोनों सवालों का माकूल जवाब दिया।