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मध्यस्थता केंद्र को और प्रभावी बनाने पर जोर

जनपद न्यायाधीश अमरनाथ ¨सह के निर्देश पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव राम किशोर की अध्यक्षता में मंगलवार को एडीआर भवन के सभाकक्ष में आयोजित बैठक में मध्यस्थता व सुलह समझौता को और प्रभावी बनाने पर जोर दिया गया। सचिव ने कहा कि मध्यस्थता एक पुनीत कार्य है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 20 Nov 2018 11:54 PM (IST)Updated: Tue, 20 Nov 2018 11:54 PM (IST)
मध्यस्थता केंद्र को और प्रभावी बनाने पर जोर
मध्यस्थता केंद्र को और प्रभावी बनाने पर जोर

महराजगंज : जनपद न्यायाधीश अमरनाथ ¨सह के निर्देश पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव राम किशोर की अध्यक्षता में मंगलवार को एडीआर भवन के सभाकक्ष में आयोजित बैठक में मध्यस्थता व सुलह समझौता को और प्रभावी बनाने पर जोर दिया गया। सचिव ने कहा कि मध्यस्थता एक पुनीत कार्य है। मध्यस्थता से केस का निपटारा होने से दोनों पक्षों में प्रेम बढ़ता है और विकास का मार्ग प्रशस्त होता है। वर्षों चलने वाले केस के नाम पर खर्च होने वाला धन व समय भी बचता है। इसलिए अधिकाधिक मामलों का निस्तारण सुलह-समझौते के आधार पर अधिवक्ताओं को कराना चाहिए। सभी अधिवक्ता पारिवारिक मामलों में संवेदनशील होकर कार्य करें और हर संभव प्रयास कर पति-पत्नी में सुलह कराएं। इससे दो परिवारों में खुशियां बढ़तीं हैं और अमन-चैन को बल मिलता है। मध्यस्थता के अधिवक्ता स्वामीनाथ तिवारी, सुभाष चंद दुबे, अजय कुमार श्रीवास्तव, वाहिद अली, राजेश कुमार उपाध्याय, सुशील कुमार श्रीवास्तव, हेमंत कुमार ¨सह ने कहा कि तारीख के दिन पक्षकारों की उपस्थिति न होने से सुलह-समझौते के संबंध में वार्ता करने में व्यवधान आ रहा है और मामलों को सुलझाने में दिक्कत हो रही है। इसलिए दोनों तरफ के पक्षकारों की उपस्थिति सुनिश्चित कराई जानी चाहिए।

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