जिला अस्पताल में पंखा खराब होने से गर्मी में उबल रहे तीमारदार
जिला अस्पताल में भर्ती मरीजों के तीमारदार नवजात शिशु देखभाल इकाई के पास बरामदे में ही बैठ कर उनकी रखवाली करते हैं। एक मरीज के साथ चार-चार लोग ठहरे हैं। लेकिन बरामदे का तीन पंखा जल जाने से तीमारदारों की परेशानी बढ़ गई है।
महराजगंज: जिला अस्पताल में मरीजों के साथ आए तीमारदारों के लिए ठहरने का कोई इंतजाम नहीं है। वह बरामदे में अपना किसी तरह समय गुजारते हैं। लेकिन यहां पंखा खराब होने से वह गर्मी में उबल रहे हैं। और तो और जो पंखे चल रहे हैं, उसमें अधिकांश की रफ्तार इतनी सुस्त है कि हवा लोगों तक पहुंच ही नहीं पा रही है।
जिला अस्पताल में भर्ती मरीजों के तीमारदार नवजात शिशु देखभाल इकाई के पास बरामदे में ही बैठ कर उनकी रखवाली करते हैं। एक मरीज के साथ चार-चार लोग ठहरे हैं। लेकिन बरामदे का तीन पंखा जल जाने से तीमारदारों की परेशानी बढ़ गई है। वह घर से टेबुल फैन लाकर काम चला रहे हैं। कई तीमारदार हाथ वाले पंखे के सहारे गर्मी से निजात पानी की कोशिश करते नजर आए।
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. एके राय ने बताया कि मरीजों की सुविधा के लिए वार्ड में कूलर लगाए गए हैं, जबकि तीमारदारों के लिए बरामदे में पंखे की व्यवस्था है। इधर बीच लगातार पंखे चलने से दिवार में लगे तीन पंखे खराब हो गए हैं। उसकी जगह सीलिग फैन लगाया गया है। जल्द ही व्यवस्था दुरुस्त कर दी जाएगा।
अस्पताल में बढ़ रहे वायरल फीवर के मरीज
महराजगंज : जिला अस्पताल की अधिकांश ओपीडी अब चालू हो गई है। गर्मी के इस मौसम में वायरल फीवर के मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। जिला अस्पताल में मरीजों की लंबी कतार लग रही है। जांच में ज्यादातर मरीजों को वायरल फीवर और डायरिया की पुष्टि हो रही है। मरीजों की संख्या बढ़ने से व्यवस्था नाकाफी साबित हो रही है। जिला अस्पताल में वर्तमान में करीब एक हजार मरीज इलाज कराने पहुंच रहे हैं। हालांकि विभाग की मानें तो इसमें प्रत्येक दिन आने वाले 150 मरीज बुखार, उल्टी, दस्त, पेट में दर्द पीड़ित हैं। जिला अस्पताल के डा. एवी त्रिपाठी ने बताया कि मौसम परिवर्तन के कारण संक्रामक के मरीज बढ़ रहे हैं, इन्हें दवा के साथ-साथ जरूरी सलाह दी जा रही है।