श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी
जनपद के त्रिमुहानी घाट घुघली के बैकुंठी घाट बाला छत्रघाट सहित परतावल श्यामदेउरवा पनियरा शिकारपुर समेत सभी क्षेत्रों में भक्तों ने स्नान और दीपदान कर मंगल की कामना की।
महराजगंज: कार्तिक पूर्णिमा पर गांव से लेकर शहर तक नदी, घाटों में श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई और दान-पुण्य किया। श्रद्धालुओं ने भगवान सूर्य को जल चढ़ाया और पूजा-अर्चना की।
जनपद के त्रिमुहानी घाट, घुघली के बैकुंठी घाट, बाला छत्रघाट सहित परतावल, श्यामदेउरवा, पनियरा, शिकारपुर समेत सभी क्षेत्रों में भक्तों ने स्नान और दीपदान कर मंगल की कामना की। श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सतर्कता के मद्देनजर नदी घाटों पर पुलिस फोर्स और गोताखोर मौजूद रहे।
घुघली की छोटी गंडक नदी के बैकुंठी घाट पर कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने नदी में स्नान कर गो दान किया। बैकुंठी घाट स्थित श्रीराम जानकी मंदिर में महंत अयोध्या दास के निर्देशन में भजन कीर्तन एवं भंडारे का आयोजन किया गया। बैकुंठी घाट के किनारे मेला भी लगा। जिसमें लोगों ने जरूरत के सामान की खरीदारी की, बच्चों ने मेले का आनंद उठाया। घुघली क्षेत्र के बाला छत्र घाट पर श्रद्धालुओं ने नदी में स्नान किया। पंडित मिथिलेश पांडेय उर्फ सिद्धि बाबा ने बताया कि कार्तिक पूर्णिमा के पर्व पर गंगा स्नान व दान पुण्य करने से जीवन के समस्त पापों का नाश हो जाता है।
नेपाल के नवल परासी जिला अंतर्गत सुस्ता गांव पालिका से सटकर बहने वाली नारायणी नदी के ठाड़ीघाट पर श्रद्धालुओं ने पूर्णिमा के अवसर पर श्रद्धा की डुबकी लगाई। यहां हर साल भारत और नेपाल के श्रद्धालु कार्तिक पूर्णिमा गंगा स्नान के लिए आते हैं। इस वर्ष कोरोना के कारण मेला स्थगित रहा। इस अवसर पर नेपाल पुलिस के रामनगर चौकी इंचार्ज जनक थापा लोगों को दूरी बनाकर स्नान करने व पूजा पाठ करने का सुझाव देते रहे।