ओवरब्रिज न बनने से विकास बाधित, निर्माण की मांग
फरेंदा कस्बा रेलवे लाइन से पूर्वी भाग में बसा है। लाइन के पश्चिम छोर पर भी बड़ी संख्या में लोग अपना आवास बना कर रहते हैं। साथ ही इधर से ही होकर लोग सिद्धार्थनगर वाया धानी तक की यात्रा करते हैं।
महराजगंज: गोरखपुर-गोंडा रेल खंड पर स्थित प्रेम पोखरा के गेट संख्या 30 बी पर ओवरब्रिज न होने से राहगीरों की परेशानी बढ़ गई है। राहगीरों को अक्सर गेट बंद रहने के चलते काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
फरेंदा कस्बा रेलवे लाइन से पूर्वी भाग में बसा है। लाइन के पश्चिम छोर पर भी बड़ी संख्या में लोग अपना आवास बना कर रहते हैं। साथ ही इधर से ही होकर लोग सिद्धार्थनगर वाया धानी तक की यात्रा करते हैं। दर्जनों गांव के लोगों को भी प्रतिदिन अपनी हर जरूरी काम करने के लिए गेट को पार करना पड़ता है, लेकिन जब से गोरखपुर गोंडा व नौतनवा रूट पर ब्राडगेज के रूप में ट्रेनों का संचालन प्रारंभ हुआ तभी से पश्चिमी छोर पर बसे लोगों के बुरे दिन शुरू हो गए। हर आधे घंटे पर किसी ना किसी ट्रेन के चलते उक्त गेट 15 से 20 मिनट के लिए बंद हो जाता है। जिससे लोगों को काफी परेशानी होती है।
फरेंदा के लेदवा निवासी डा. विपिन चौधरी ने कहा कि गेट बंद होने से सबसे अधिक परेशानी नौकरी करने वाले लोगों व छात्र - छात्राओं को होती है। गेट बंद होने से लोग समय से अपने गंतव्य को नहीं पहुंच पाते हैं।
डंडवार निवासी अश्विनी मिश्र ने कहा कि माल गाड़ियों के आने जाने से गेट काफी देर तक बंद रहता है। इस दौरान काफी दिक्कत होती है। रेलवे प्रशासन को मामला संज्ञान में लेकर शीघ्र पुल का निर्माण कराना चाहिए।
अरुण पासवान ने कहा कि ओवरब्रिज न होने से स्टेशन के पश्चिम तरफ का हिस्सा बाजार से कट जाता है। जिससे इस क्षेत्र का विकास बाधित हो गया है। गेट बंद होने के कारण लोग इधर आना नहीं चाहते हैं।
फरेंदा खुर्द निवासी प्रमोद शर्मा ने कहा कि गेट बंद होने के कारण कभी-कभी एंबुलेंस भी फंस जाता है। जिससे मरीजों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। आम जनमानस के सहूलियत के लिए सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए।