गांवों में अभियान चलाकर हुई कोरोना की जांच
कोरोना संक्रमण से बचने के लिए योग सबसे बेहतर उपाय है। कुछ योग क्रियाएं मात्र कुछ समय में ही आप कर सकते हैं। उन्हीं क्रियाओं को सूक्ष्म क्रिया कहा जाता हैं और उन्हीं में से एक क्रिया हस्त करतल अंगुल क्रिया योग भी है।
महराजगंज:
सोमवार को जिले के 12 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के द्वारा गांवों में अभियान चलाकर लोगों की कोरोना जांच की गई। डिप्टी सीएमओ डा. आइए अंसारी के नेतृत्व में सभी सीएचसी केंद्र प्रभारियों ने अपने-अपने क्षेत्रों के दो-दो गांवों में जांच की।
डिप्टी सीएमओ ने बताया कि कोरोना के लक्षणों वाले लोगों की जांच एवं उनके संक्रमित पाए जाने पर उनके बेहतर इलाज के लिए अभियान जारी है। नौतनवा सीएचसी पर 85 लोगों ने नमूने दिए, जहां एंटीजन टेस्ट में तीन लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव पाई गई। इसी क्रम में प्राथमिक विद्यालय भगवानपुर में 37 , प्राथमिक विद्यालय नारायणपुर में 126 लोगों की कोरोना जांच हुई, जिसमें तीन लोग पाजिटिव पाए गए। चिकित्साधिकारी डा. अमित राव गौतम ने बताया कि सभी को होम आइसोलेट कर दिया गया है। मंगलपुर संवाददाता के अनुसार अन्य जनपदों से आने वाले कुल 100 यात्रियों को बस से उतारकर नमूना लिया गया। घुघली संवाददाता के अनुसार सीएचसी घुघली पर 74 लोगों की जांच की गई । जिसमें से तीन लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव पाई गई। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र श्यामदेउरवा के ऊटी में 59 तथा बड़हरा में 51 लोगों की जांच की गई। सिसवा के सीएचसी और पीएचसी द्वारा गांवों में अभियान चलाकर चार दिनों में 541 के जांच में 15 पाजिटिव मरीज मिले। जिन्हें होम आइसोलेशन में रखा गया है। ठूठीबारी संवाददाता के अनुसार ठूठीबारी स्थित रैन बसेरा परिसर में तहसील स्तरीय स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कैंप लगाकर कोरोना की जांच की। जहां 45 लोगों की जांच में दो लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव पाई गई है।
नियमित योग कर कोरोना को दें मात
कोरोना संक्रमण से बचने के लिए योग सबसे बेहतर उपाय है। कुछ योग क्रियाएं मात्र कुछ समय में ही आप कर सकते हैं। उन्हीं क्रियाओं को सूक्ष्म क्रिया कहा जाता हैं, और उन्हीं में से एक क्रिया हस्त करतल अंगुल क्रिया योग भी है।
योग शिक्षक अखिलेश्वर राव ने बताया कि हस्त करतल अंगुल क्रिया योग से हाथों की अंगुलियों और हथेली का अच्छा व्यायाम हो जाता है , और अकड़न दूर होती है, जिससे थकावट खत्म होती है। रक्त संचरण के वृद्धि होती है, जिससे अंगुलियां ज्यादा कार्यशील बनी रहती हैं, जिससे मस्तिष्क की सोई इंद्रियां कार्यशील होती हैं तथा शारीर को दर्द में राहत देतीं हैं। लगातार इन सूक्ष्म क्रियाओं को करते रहने पर हाथों की मांसपेशियों और हड्डियों को मजबूती मिलती है। इससे आंखों की रोशनी तथा बालों पर हुए दुष्प्रभावों से बच जा सकता हैं। हस्त करतल अंगुल क्रिया योग कि सभी क्रियाएं आप कहीं कर सकते हैं। प्रथम क्रिया में दोनों हाथों की अंगुलियां आपस में मिला दें और उन्हें परस्पर दबाएं। 5-10 सेकंड करने के बाद उन्हें ढीला छोड़ें, फिर कुछ क्षण बाद पुन: करें। यह क्रिया पांच या छह बार की जा सकती है।