स्कूल प्रबंधन प्रोटोकाल पालन के नियमों को लेकर सतर्क
शासन ने फरवरी में ही एक से पांच तक के स्कूलों को एक मार्च से खोलने के आदेश दिए थे।
महराजगंज: कोरोना महामारी के कारण यूपी में 22 मार्च 2020 से स्कूल बंद हैं। शासन ने फरवरी में ही एक से पांच तक के स्कूलों को एक मार्च से खोलने के आदेश दिए थे। कक्षा छह से लेकर आठ तक के सभी स्कूल 10 फरवरी से ही खुल चुके हैं। एक मार्च से प्राइमरी स्तर की कक्षाएं प्रारंभ हो रहीं हैं। एक तरफ जहां कक्षाएं संचालित करने की तैयारियों में स्कूल प्रबंधन जुटा है , वहीं अभिभावक भी बच्चों के किताब-कापी आदि वस्तुओं का प्रबंध करने में लगे हुए हैं। 11 माह बाद छात्र व छात्राएं कक्षा में बैठकर शिक्षकों से शिक्षा ग्रहण करेंगे। होली क्रास स्कूल नौतनवा की प्रिसिपल सिस्टर जोसिफी ने कहा कि पूर्व की भांति कक्षाओं के संचालन में जैसे शासन से जारी किए गए प्रोटोकाल का पालन किया गया है वैसे प्राइमरी पर लागू रहेंगे। कक्षा में बच्चे दो गज दूरी पर बैठेंगे। जिसमें अभिभावक की सहमति पत्र अनिवार्य है। सेंट जेवियर्स स्कूल नौतनवा प्रबंधक अर्श जायसवाल ने बताया कि शासन के नियमों के तहत कक्षा दिन के मुताबिक एक बेंच पर दो बच्चे पांच फीट की दूरी पर बैठाए जाएंगे। जिसमें टीचर, कर्मचारियों समेत समस्त छात्र -छात्राओं को मास्क, सैनिटाइजर व स्क्रीनिग की जांच होगी। सरस्वती शिशु मंदिर इंटर कालेज प्रधानाचार्य जनमेजय सिंह ने बताया कि कक्षा नौ की शुरू हुई कक्षाओं से ही गाइडलाइन का पालन करते हुए बच्चों को पढ़ाया जा रहा है, लेकिन प्राइमरी के लिए ज्यादा ध्यान दिया जाएगा। मुख्य द्वार से कक्षा में बैठने तक विद्यार्थियों को नियमानुसार पढ़ाई संचालित होगी। जिसमें बच्चों को सिर्फ सामान इस्तेमाल करना है। अगापे मिशन स्कूल के प्रबंधक जाखेर बड़ भुईया कहते हैं कि बच्चों की सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम कर लिए गए हैं। स्कूल गेट पर थर्मल स्क्रीनिग के दौरान यदि किसी बच्चे में फीवर पाया गया तो उनके स्वजन से संपर्क कर ठीक होने तक घर पर ही रहने की सलाह दी जाएगी।