अविवाहित बनकर जीजा-साली ने मुख्यमंत्री विवाह योजना में की शादी
जिले के एक मैरेज हाल में 13 अक्टूबर को मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत कार्यक्रम आयोजित था। कार्यक्रम में बृजमनगंज ब्लाक के अलग-अलग गांव के रहने वाले जीजा व साली ने सात फेरे लिए और विभाग की ओर से मिलने वाले गृहस्थी के सामान भी प्राप्त कर लिए। जबकि दोनों शादीशुदा हैं।
महराजगंज: मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना का लाभ लेने के लिए जीजा व साली ने खुद को अविवाहित घोषित कर दिया। हैरत यह कि योजना के लाभार्थियों की सूची तैयार करने वाले समाज कल्याण विभाग ने भी उसके पंजीकरण पर मुहर लगा दी। शादी हो जाने के बाद शिकायत हुई तो विभाग अब जांच कराने की बात कह रहा है।
जिले के एक मैरेज हाल में 13 अक्टूबर को मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत कार्यक्रम आयोजित था। कार्यक्रम में बृजमनगंज ब्लाक के अलग-अलग गांव के रहने वाले जीजा व साली ने सात फेरे लिए और विभाग की ओर से मिलने वाले गृहस्थी के सामान भी प्राप्त कर लिए। जबकि दोनों शादीशुदा हैं। युवक की शादी कोल्हुई क्षेत्र के एक गांव में ही हो चुकी है। पत्नी और दो बच्चे भी हैं। युवक ने साली का नाम मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत किसी तरह पंजीकृत करा लिया। फिर सामूहिक कार्यक्रम मे शादी रचा ली। प्रशासन की ओर से मिला सामान दोनों ने बांट लिया। जिला समाज कल्याण अधिकारी सुधीर कुमार पांडेय ने बताया कि शिकायत मिली है। मामले की जांच कराई जा रही है। अभी धनराशि किसी के खाते में नहीं भेजी गई है। सच्चाई सामने आने पर सामान की वसूली के साथ कार्रवाई भी की जाएगी। योजना के तहत खर्च होते हैं 51 हजार
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत एक शादी पर 51 हजार खर्च किए जाते हैं। 35 हजार रुपये लड़की के खाते में भेजे जाते हैं। 10 हजार रुपये से पायल, बिछिया, कपड़ा, बर्तन, बक्सा और श्रृंगारदान दिए जाते हैं। इसके अलावा छह हजार रुपये आयोजन पर खर्च होते हैं।