शिक्षक निर्वाचन में कड़ी सुरक्षा के बीच हुआ 76.51 फीसद मतदान
जिले के नौतनवा निचलौल मिठौरा लक्ष्मीपुर बृजमनगंज सदर सिसवा फरेंदा घुघली पनियरा परतावल ब्लाक मुख्यालय स्थित केंद्रों पर मतदान की गति सुबह काफी धीमी रही।
महराजगंज: गोरखपुर-फैजाबाद खंड शिक्षक निर्वाचन के लिए कड़ी सुरक्षा के बीच 76.51 फीसद मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इसी के साथ 16 प्रत्याशियों के भाग्य मतपेटिकाओं में बंद हो गए।
जिले के नौतनवा, निचलौल, मिठौरा, लक्ष्मीपुर, बृजमनगंज, सदर, सिसवा, फरेंदा, घुघली, पनियरा, परतावल ब्लाक मुख्यालय स्थित केंद्रों पर मतदान की गति सुबह काफी धीमी रही। नौ बजे तक महज 3.79 फीसद मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था लेकिन धूप निकलने के बाद बूथों पर मतदाताओं की संख्या बढ़ने लगी। 10 बजे तक मतदान का फीसद बढ़कर 8.34 हो गया। 11 बजे से 18.13 फीसद, दोपहर 12 बजे तक 33.87 फीसद मतदान हुआ। एक बजे तक 50.50 फीसद और दोपहर दो बजे तक 63.88 फीसद मत पड़े। आखिरी घंटे में मतदान का प्रतिशत बढ़कर 76.51 फीसद पहुंच गया। मतदान के दौरान जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक ने सदर, सिसवा, निचलौल, मिठौरा व घुघली का निरीक्षण किया। अधिकारियों ने निष्पक्ष मतदान और कोरोना से बचाव की गाइड लाइन के पालन कराने का निर्देश दिया।
प्रत्येक मतदान केंद्र पर सुरक्षा के लिए एक इंस्पेक्टर, दो सब इंस्पेक्टर, 10 आरक्षी, दो महिला कांस्टेबिल मुस्तैद रहे। जिलाधिकारी डा. उज्ज्वल कुमार और पुलिस अधीक्षक प्रदीप गुप्ता ने बूथों का जायजा लेते रहे। जिलाधिकारी ने बताया कि मतदान के बाद मतपेटिकाएं दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के वाणिज्य भवन में बनाए गए स्ट्रांग रूम में जमा करा दी गई हैं। मतदान की हुई वीडियोग्राफी, कराया गया शारीरिक दूरी का पालन
निष्पक्ष एवं पारदर्शी ढंग से चुनाव संपन्न कराने के लिए जहां मतदान की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी कराई गई, वहीं कोरोना से बचाव के लिए विशेष सतर्कता भी बरती गई। शारीरिक दूरी का पालन करने के लिए मतदान केंद्रों पर घेरा बनाया गया था, जहां मतदाता खड़े हो दूरी बनाकर अपनी बारी का इंतजार करते नजर आए। कोरोना पाजिटिव शिक्षक मतदान करने के बाद फरार
लक्ष्मीपुर विकास खंड में मंगलवार को मतदान के दौरान उस समय अफरा-तफरी मच गई जब एक शिक्षक की कोरोना रिपोर्ट पाजिटिव आई। अफरा-तफरी इसलिए रही कि रिपोर्ट आने से पहले ही शिक्षक मतदान कर जा चुके थे।
मतदान केंद्र पर मतदाताओं के लिए कोरोना जांच के लिए एक डेस्क बनाया गया था। जिसमें मतदान से पहले कोरोना जांच के लिए नमूना लिया जा रहा था लेकिन एक शिक्षक ने रिपोर्ट आने से पहले मतदान कर दिया। शिक्षक को जानकारी होने पर वह फरार हो गए। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एके श्रीवास्तव ने बताया कि संक्रमित शिक्षक के बारे में पता कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।