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लोकतंत्र के उत्सव में भागी बनेंगे 100 पार 359 बुजुर्ग मतदाता

बुजुर्ग मतदाता को मतदान के लिए सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रशासन जुटा है। बुजुर्ग मतदाता को बैलेट मत से वोट करने की व्यवस्था प्रदान की जाएगी लेकिन अगर कोई बुजुर्ग मतदाता बूथ पर आकर ही मतदान करना चाहता है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 26 Jan 2022 01:39 AM (IST)Updated: Wed, 26 Jan 2022 01:39 AM (IST)
लोकतंत्र के उत्सव में भागी बनेंगे 100 पार 359 बुजुर्ग मतदाता
लोकतंत्र के उत्सव में भागी बनेंगे 100 पार 359 बुजुर्ग मतदाता

महराजगंज: लोकतंत्र के उत्सव को लेकर बुजुर्ग मतदाताओं में जज्बा कायम है। इस बार 100 वर्ष की आयु पूरी कर चुके 359 बुजुर्ग मतदाता भी अपने मताधिकार का प्रयोग कर प्रत्याशियों के भाग्य विधाता बनेंगे। ये मतदाता आजादी से लेकर हर चुनाव में मतदान कर अपने हौंसले के जरिये नई पीढ़ी को मतदान के प्रति जागरूकता का संदेश देते हैं।

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बुजुर्ग मतदाता को मतदान के लिए सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रशासन जुटा है। बुजुर्ग मतदाता को बैलेट मत से वोट करने की व्यवस्था प्रदान की जाएगी, लेकिन अगर कोई बुजुर्ग मतदाता बूथ पर आकर ही मतदान करना चाहता है, तो उन्हें बूथ तक आने में किसी प्रकार की कोई दिक्कत न हो, इसके लिए मतदान मित्र की सुविधा प्रदान की जाएगी। बुजुर्ग मतदाता को ससम्मान केंद्र के पास बैठने की व्यवस्था होगी। मतदान मित्र उन्हें घर से लेकर मतदान कराएंगे और घर तक पहुंचाएंगे। आजादी के बाद से अब तक डाले वोट

पनियरा विधानसभा क्षेत्र के गनेशपुर के टोला तुलसीपुर निवासी हरिहर शुक्ल ने बताया कि 1951 में आजाद भारत में सबसे पहले मत का प्रयोग किया था। हमेशा शिक्षित, ईमानदार और किसानों के हित को समझने वाले को वोट दिया। आप सभी लोकतंत्र के इस महापर्व में बिना किसी लालच के निर्भीक होकर मतदान करें। धर्म, वर्ग, जाति, समुदाय, भाषा अथवा अन्य किसी भी प्रलोभन से प्रभावित हुए बिना, सभी निर्वाचन में अपने मताधिकार का प्रयोग करना चाहिए। मैं इस बार भी अपने मताधिकार का प्रयोग करुंगा। पनियरा विधानसभा क्षेत्र के पनियरा गांव निवासी पारसनाथ जायसवाल ने बताया कि पहली बार 1951 में मतदान का अवसर मिला था। इसके बाद से हमेशा मतदान करने जाता हूं और घर के सदस्यों को भी ले जाता हूं। वोट के बिना विकास संभव नहीं है। संविधान ने हमें अपना प्रत्याशी चुनने का अधिकार दिया है। इस अधिकार को इस्तेमाल करना चाहिए। लोकतंत्र की मजबूती के लिए मतदान आवश्यक है। पहले और वर्तमान के चुनाव में अब काफी अंतर है। गांवों में भोपू से प्रचार होता था, लेकिन धीरे-धीरे समय के साथ काफी बदलाव आ गया है। विधानसभा क्षेत्र मतदाता (उम्र 100 पार)

फरेंदा 83

नौतनवा 55

सिसवा 52

महराजगंज 80

पनियरा 89 निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण ढंग से शतप्रतिशत मतदान कराने के लिए प्रशासन गंभीर है।इसके लिए अभियान भी चलाया जा रहा है। बुजुर्ग व दिव्यांग मतदाता के लिए पोस्टल बैलेट पेपर से मतदान की व्यवस्था की गई है, अगर वह बूथ पर आकर मतदान करना चाहेंगे, तो मतदान मित्र उनका सहयोग करेंगे।

सत्येन्द्र कुमार, डीएम, महराजगंज


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