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एक वर्ष में 29 महिलाओं समेत 61 की हत्या

नेपाल से सटे तराई के इस अति संवेदनशील जिले में वर्ष 2018 में संगीन वारदातों में उछाल आया। आधी आबादी की सुरक्षा कमजोर होने से अपहरण, दुष्कर्म की घटनाओं में वृद्धि हुई और 29 महिलाओं समेत 61 लोगों की हत्या कर दी गई जबकि सन 2017 में जिले में 20 महिलाओं समेत 50 की हत्या हुई थी।

By JagranEdited By: Published: Sun, 06 Jan 2019 11:20 PM (IST)Updated: Sun, 06 Jan 2019 11:20 PM (IST)
एक वर्ष में 29 महिलाओं समेत 61 की हत्या
एक वर्ष में 29 महिलाओं समेत 61 की हत्या

महराजगंज : नेपाल से सटे तराई के इस अति संवेदनशील जिले में वर्ष 2018 में संगीन वारदातों में उछाल आया। आधी आबादी की सुरक्षा कमजोर होने से अपहरण, दुष्कर्म की घटनाओं में वृद्धि हुई और 29 महिलाओं समेत 61 लोगों की हत्या कर दी गई जबकि सन 2017 में जिले में 20 महिलाओं समेत 50 की हत्या हुई थी। कोठीभार थाना क्षेत्र के सिसवा बाजार के व्यापारी चंद्रशेखर, पनियरा थाना क्षेत्र के गोनहा निवासी व पूर्व प्रधान पति तेज प्रताप यादव, बैजूडेहरा में आटो चालक कमलेश राय, सदर कोतवाली क्षेत्र में बैकुंठपुर निवासी व्यापारी आशुतोष फरेंदा क्षेत्र में बिट्टू व नौतनवां में दंपती हत्याकांड संग नौकरी से निकाले जाने पर सिसवा चीनी मिल के लैब इंचार्ज अशोक कुमार मिश्र की आत्महत्या पूरे वर्ष सुर्खियों में रही। इन सभी चर्चित मामलों में पनियरा क्षेत्र के बैजूडेहरा नहर पुल के नीचे 31 मार्च की रात में हुई आटो चालक की हत्या का अब तक पर्दाफाश नहीं हुआ। हत्या के 61 मामलों में 60 का अनावरण हो चुका है और 110 हत्यारोपित जेल जा चुके हैं। जनपद में नाबालिग लड़कों व लड़कियों के अपहरण व दुष्कर्म की 95 घटनाएं हुई जिसमें 60 का पर्दाफाश हुआ। कोल्हुई थाना क्षेत्र के एक जंगल में प्रेमी युगल के साथ द¨रदगी की घटना ने पूरे जिले को हिला कर रख दिया था और यह घटना सुर्खियों में रही। जुल्म ढाने वाले सभी आरोपितों को बाद में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। इसी थाना क्षेत्र के एक मदरसे में 15 अगस्त को राष्ट्रगान के विरोध का मामला भी खूब उछला और आरोपितों पर रासुका लगा।

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लगातार कार्रवाई व नेपाल सीमा की निगहबानी के बाद भी सीमा पार से मानव तस्करी संग मादक पदार्थों की तस्करी पर प्रभावी विराम नहीं लगा। वाहन चोरी, मकानों व दुकानों में चोरी रोकने में थाना पुलिस असफल रही।जिले में बाहरी बदमाशों की धमक बढ़ने पर 42 नए गिरोह सूचीबद्ध किए गए।

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दो वर्षों का तुलनात्मक अपराध

वर्ष- हत्या-लूट-वाहन चोरी- चोरी- अपहरण,दुष्कर्म-एनडीपीएस-गिरोह- गैंगस्टर- गिरफ्तारी

2018-61-आठ-65-40-95-70-42-77--432

2017-50-10-60-42-80-65-44-82-470

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जिले में वर्ष 18 में लूट, छिनैती की घटना में कमी आई जबकि डकैती पर कंट्रोल रहा। आटो चालक की हत्या को छोड़ कर अन्य सभी हत्या की घटनाओं का पर्दाफाश हुआ। अपहरण व दुष्कर्म के 65 मामलों में कार्रवाई हुई। 42 नए गिरोह सूचीबद्ध् कर 113 बदमाशों पर गैंगस्टर लगाया गया और 143 को जिला बदर कराया गया। सीमित संसाधनों में क्राइम पर कंट्रोल किया जा रहा है।

आशुतोष कुमार शुक्ल, अपर पुलिस अधीक्षक


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