पेंशन की राह देख रहे 24 हजार बुजुर्ग
ब्लाक से लेकर विभाग का चक्कर लगा रहे बुजुर्ग
महराजगंज: जिले में वृद्धा पेंशन वितरण की स्थिति फिलहाल ठीक नहीं है। अभी भी 24 हजार बुजुर्गों को वृद्धावस्था पेंशन का भुगतान नहीं हो सका। बुजुर्ग पेंशन की राह देख रहे हैं। वह पेंशन के इंतजार में आए दिन ब्लाक से लेकर विभागों तक का चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन पेंशन की धनराशि कब मिलेगी, इसका सटीक जवाब विभाग के पास भी नहीं है। दरअसल प्रदेश सरकार द्वारा संचालित वृद्धावस्था पेंशन योजना वरिष्ठ नागरिकों के विकास के लिए है। इसमें 60 वर्ष से ऊपर के पात्र गरीबों, निराश्रितों, असहायों को पांच-पांच सौ रुपये प्रतिमाह के हिसाब से तीन-तीन माह पर उनके खाते में भेजा जाता है। ताकि उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हो और उन्हें दूसरों पर निर्भर रहने की आवश्यकता न पड़े। वर्तमान में जिले में कुल 110200 वृद्धावस्था पेंशनर हैं। लेकिन धनराशि सिर्फ 86 हजार लाभार्थियों के खाते में ही पहुंच सकी है। अभी 24 हजार बुजुर्ग स्वीकृति के बाद भी इससे वंचित है।
समाज कल्याण अधिकारी वशिष्ठ नारायण सिंह ने बताया कि 86 हजार लाभार्थियों के खाते में जनवरी तक की धनराशि पहुंच गई है। अन्य लाभार्थियों के पेंशन की धनराशि बजट की उपलब्धता के अनुसार शासन द्वारा सीधे उनके खाते में भेजी जाएगी। मानव तस्करी रोकथाम के लिए करें प्रयास
महराजगंज: स्थानीय कस्बा स्थित एक मैरेज हाल में रविवार को मानव सेवा संस्थान गोरखपुर के निदेशक राजेश मणि की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई। जिसमें मानव तस्करी रोकथाम के लिए संस्था पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। निदेशक ने कहा कि कोविड 19 को देखते हुए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने यह संभावना व्यक्त की थी। आने वाले समय में मानव तस्करी के मामले में तेजी हो सकती है। आयोग ने भारत सरकार एवं यूपी सरकार को इस पर गंभीर रूप से कार्य करने की सलाह दी थी। जिसके मद्देनजर मानव सेवा संस्थान गोरखपुर अपने प्रशिक्षित टीम के साथ मानव तस्करी को रोकने के लिए सोनौली, ठूठीबारी समेत अन्य बार्डरों पर पुलिस और एसएसबी के साथ मुस्तैद रही। धर्मेंद्र सिंह, रोहन सेन, चंद्रशेखर सिंह, मकबूल आदि मौजूद रहे।