बारिश में भीग गया 12 हजार क्विटल धान
नमी के कारण चावल टूटने की आएगी शिकायत - धान को बारिश से बचाव के इंतजाम नाकाफी
महराजगंज: जिले के धान क्रय केंद्रों पर दुर्व्यवस्था के कारण बारिश में करीब 12 हजार क्विटल धान भीग गया है। लेकिन जिम्मेदार बेफिक्र है।अब धान के भीगने के कारण चावल की क्वालिटी पर भी असर पड़ने के आसार बढ़ गए है।
जिले में धान खरीद के लिए 161 क्रय केंद्रों का निर्धारण किया गया है। इसके लिए एक लाख 73 हजार 700 मीट्रिक टन धान खरीद का लक्ष्य दिया गया। जिसमें 139 क्रय केंद्रों पर लक्ष्य के सापेक्ष करीब 93932 मीट्रिक टन की खरीद की गई। लेकिन इसे सुरक्षित रखने की व्यवस्था नहीं की गई। क्रय केंद्र अनाज व बोरी से भरा है। अंदर धान रखने की जगह नहीं है। कई स्थानों पर बाहर बरामदे में धान रखे गए हैं। शुक्रवार को दिनभर सदर, पनियरा, निचलौल, नौतनवा, फरेंदा, बृजमनगंज, धानी, कोठीभार, सिसवा आदि क्षेत्रों में करीब कुल 12 हजार क्विटल धान पानी में भीग गया है। केंद्रों पर तिरपाल, पन्नी आदि की व्यवस्था नाकाफी साबित हो रही है। जिन केंद्रों पर अगर पन्नी से धान की बोरियों को ढका भी गया है, तो उसके नीचे से पानी घुस रहा है। धान की बोरियां भीगने से धान में नमी आ गई है, जिसके कारण क्वालिटी पर असर भी पड़ेगा। क्योंकि धान में नमी आएगी, तो जब मिलर इनका उठान करके मीलिग करेंगे तो चावल के टूटने की शिकायत आएगी। जिला खाद्य विपणन अधिकारी अखिलेश कुमार सिंह ने कहा कि धान को बारिश से सुरक्षित रखने का निर्देश दिया गया है। बारिश मामूली थी, जिसका धान पर बहुत असर नहीं पड़ेगा। राइस मिलरों के पास ड्रायर मशीन होता है, जिसे उसे सूखा लिया जाता है। साथ ही पीसीएफ के प्रबंधक को निर्देशित किया गया है कि वह खरीद में तेजी लाएं, नहीं तो उनके विरुद्ध कार्रवाई के लिए लिखा जाएगा।
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भटकते रहे किसान, बंद रहा क्रय केंद्र
महराजगंज: किसान सेवा सहकारी समिति लिमिटेड चिउरहा पर किसान अपना धान बेचने के लिए घंटों इंतजार करते रहे और इधर-उधर भटकते रहें। लेकिन क्रय केंद्र का ताला पूरे दिन नहीं खुला। केंद्र प्रभारी और कर्मचारी नदारद रहे। शुक्रवार की सुबह किसान एहसान अली, राधेश्याम पटेल, राजेंद्र गुप्ता, तथा जहरूद्दीन ने बताया कि वह अपना धान छह ट्रैक्टर ट्राली पर लादकर क्रय केंद्र पर पहुंचे। लेकिन केंद्र बंद रहा, जिसके कारण बारिश में काफी धान भी भीग गया।