लखनऊ में लापता युवक का शव तालाब में मिला, दोस्तों के साथ गया था पार्टी करने
देर रात तक बेटे के न लौटने पर उसके दोस्त अर्पित से पूछताछ की तो उसने कहा कि रात वृंदावन कॉलोनी सेक्टर तीन स्थित एक निजी विद्यालय के पास छोड़ा था। मां ने कहा डूबने से नहीं हुई बेटे की मौत हत्याकर तालाब में फेंका गया शव।
लखनऊ, जेएनएन। दोस्तों संग पार्टी मनाने के लिए निकलें रजत बाजपेयी (24) का शव वृंदावन कॉलोनी सेक्टर-12 स्थित तालाब में आधी रात के बाद मिला। पुलिस पंप से तालाब का पानी निकलवा रही थी तभी देर रात उसका शव तालाब में कीचड़ से सना हुआ मिला। रजत की मां ने बेटे की हत्या की आशंका जताई है। वहीं, पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाही की बात कही है।
यह था मामला
अलका के मुताबिक मंगलवार को बेटा कुछ दोस्तों के साथ पार्टी करने की बात कहकर निकला था। उसके बाद से वह नहीं लौटा। देर रात तक बेटे के न लौटने पर उसके दोस्त अर्पित से पूछताछ की तो उसने कहा कि रात वृंदावन कॉलोनी सेक्टर तीन स्थित एक निजी विद्यालय के पास छोड़ा था। उसके बाद कुछ नहीं पता। परिवार वाले काफी खोजबीन करते रहें पर कुछ पता न चला और मोबाइल मिलाया तो वह भी स्विच ऑफ मिला। इसके बाद उन्होंने पीजीआइ थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी।
कपड़े और जूते मिले थे तालाब के बाहर
परिवार वाले खोजबीन ही कर रहे थे तभी बुधवार दोपहर वृंदावन सेक्टर-12 स्थित इसी तालाब के बाहर रजत का जूता, कपड़े, चश्मा और मोबाइल फोन रखा मिला। परिवार वालों ने कपड़े-जूता और मोबाइल देखकर बताया कि यह कपड़े रजत के ही हैं। इस पर पुलिस ने गोताखोरों की मदद से रजत की तालाब में खोजबीन शुरू कराई पर देर शाम खबर लिखे जाने तक रजत का कुछ पता नहीं चल सका था। अब पुलिस पंप से तालाब का पानी निकलवा रही है।
शनिवार को उत्तराखंड में इंजीनियर के पद पर लगनी थी नौकरी
रजत की मां अलका ने बताया कि उनके पति मीसा बाजपेयी उत्तराखंड में सिविल इंजीनियर हैं। उत्तराखंड के श्रीनगर में एक निजी कंपनी में 20 नवंबर को बेटे की इंजीनियरिंग के पद पर नौकरी लगनी थी। बुधवार को बेटे को उत्तराखंड के लिए निकलना था। बेटे का इंटरव्यू भी कंपनी में हो गया था।
अक्सर तालाब किनारे बैठते थे ये लड़के
वहीं, स्थानीय लोगों का कहना है कि अक्सर यह लड़के तालाब के किनारे शाम और दोपहर में आकर बैठते थे। घंटों बैठकर आपस में बातचीत और हंसी मजाक करते थे। रजत तालाब में कैसे गिरा इसकी कोई जानकारी नहीं हुई। घटना के दिन किसी ने उन्हें यहां नहीं देखा था।