Oxygen Supply in Lucknow: मौसी विदेश में...घर पर भांजा कर रहा था ऑक्सीजन सिलिंंडरों की कालाबाजारी
जानकीपुरम विस्तार के मकान नंबर 7/680 सेक्टर सात जानकीपुरम विस्तार से हो रही थी कालाबाजारी। एसीपी ने बताया कि करन एक माह से कालाबाजारी कर रहा था। आरोपित ने नौ से 11 हजार में एक सिलिंडर खरीदा था
लखनऊ, जेएनएन। जानकीपुरम विस्तार के सेक्टर सात में मकान नंबर 7/680 से पुलिस ने मंगलवार को 115 आक्सीजन सिलिंडर बरामद किए थे। मकान नीलिमा भट्ट का है, जो विदेश में रहती हैं। मकान में नीलिमा की बहन का बेटा करन भारद्वाज रहता है, जो कालाबाजारी कर रहा था। एसीपी अलीगंज अखिलेश कुमार सिंह के मुताबिक आरोपित करन स्नातक तक पढ़ा है। वह ईएस1 बी/490 सेक्टर ए सीतापुर रोड का रहने वाला है।
एसीपी ने बताया कि करन एक माह से कालाबाजारी कर रहा था। आरोपित ने नौ से 11 हजार में एक सिलिंडर खरीदा था, जिसे वह 35 से 40 हजार रुपये में जरूरतमंदों को बेच रहा था। अब तक की पड़ताल में यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि करन ने कहां से इतने सिलिंडर खरीदे थे। बाजार में करीब 17 हजार में नया आक्सीजन सिलिंडर बिक रहा है। इस काम में दुबग्गा निवासी नेकराम उसका सहयोग करता था। करन डाले में सिलिंडर लदवाकर नेकराम से जगह-जगह सप्लाई करवाता था। पुलिस की ओर से दोनों के खिलाफ धोखाधड़ी, औषधि प्रसाधन सामग्री अधिनियम, आपदा प्रबंधन अधिनियम व महामारी अधिनियम के तहत एफआइआर दर्ज कर कार्रवाई की गई है।
यह है पूरा मामला
गौरतलब है कि मंगलवार को जानकीपुरम पुलिस ने 115 ऑक्सीजन सिलिंडरों के साथ दो लोगों को गिरफ्तार किया। आरोपित जरूरतमंदों से मुनाफा कमाकर उन्हेंं महंगे दाम में बेच रहे थे। कालाबाजारी की वजह से तीमारदारों को समस्या का सामना करना पड़ रहा था। एसीपी अलीगंज अखिलेश सिंह के मुताबिक आरोपितों को भिठौली क्रासिंग चौराहे से एकेटीयू जाने वाली सड़क से पकड़ा गया। आरोपित मडिय़ांव निवासी करन भारद्वाज और काकोरी निवासी नेकराम से पूछताछ की गई तो उन्होंने काफी महंगे दाम में लोगों को आक्सीजन सिलिंडर बेचने की बात कबूल की। एसीपी गोमतीनगर श्वेता श्रीवास्तव के मुताबिक गिरफ्तार आरोपित सुलतानपुर निवासी इकराम अली और विश्वास खंड निवासी आयुष शुक्ला हैं। दोनों आरोपित नाइट्रोजन गैस की फर्जी चालान रसीद बनवाते थे। इसके बाद रसीद की आड़ में आक्सीजन सिलिंडर की कालाबाजारी करते थे। आरोपित मरीजों और तीमारदारों को खाली अथवा भरा आक्सीजन सिलिंडर दिलाने के नाम पर मोटी रकम वसूलते थे।