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एक करोड़ रोजगार सृजित होने की उपलब्धि के मेगा शो में अगला लक्ष्य भी तय करेगी योगी सरकार

अन्य राज्यों से श्रमिक और कामगारों की सुरक्षित वापसी के साथ उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने बड़ा संकल्प यह हाथ में लिया कि राज्य में लौटे सभी लोगों को यहीं रोजगार दिया जाएगा।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Wed, 24 Jun 2020 08:24 PM (IST)Updated: Wed, 24 Jun 2020 11:02 PM (IST)
एक करोड़ रोजगार सृजित होने की उपलब्धि के मेगा शो में अगला लक्ष्य भी तय करेगी योगी सरकार
एक करोड़ रोजगार सृजित होने की उपलब्धि के मेगा शो में अगला लक्ष्य भी तय करेगी योगी सरकार

लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। कोरोना आपदाकाल में दूसरे राज्यों से श्रमिक और कामगारों की सुरक्षित वापसी के साथ उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने बड़ा संकल्प यह हाथ में लिया कि राज्य में लौटे सभी लोगों को यहीं रोजगार दिया जाएगा। विपक्ष जहां रोजगार की स्थिति पर सवाल उठा रहा है, वहीं योगी सरकार का दावा है कि एक करोड़ रोजगार के अवसर सृजित कर लिए गए हैं। उपलब्धि का मेगा शो 26 जून को होगा। इसके साथ ही सरकार अगले बड़े लक्ष्य की ओर कदम बढ़ाने जा रही है।

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उत्तर प्रदेश सरकार ने दूसरे राज्यों से लौटे प्रवासियों में से लगभग सभी यानी 36 लाख की स्किल मैपिंग कराई है। औद्योगिक संस्थाओं के साथ समझौता हुआ है, जिसके तहत उद्यमियों से संपर्क कर सर्वे भी किया जा रहा है कि कहां कुशल-अकुशल श्रमिक-कामगारों की कितनी जरूरत है। अभी इस सर्वे की पूरी रिपोर्ट आना बाकी है, उससे पहले ही केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं, निर्माण परियोजनाओं, सूक्ष्म लघु एवं मध्यम इकाइयों व मनरेगा सहित अन्य सभी विभागों को लगाकर रोजगार की तलाश कराई गई। सरकार का दावा है कि इसके तहत एक करोड़ से अधिक रोजगार के अवसर सृजित हो चुके हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस उपलब्धि को उदाहरण के तौर पर देश के सामने लाना चाहते हैं, इसलिए 26 जून को मेगा शो आयोजित किया जा रहा है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी ऑनलाइन भागीदारी करेंगे। सरकार के सूत्रों ने बताया कि इस मेगा शो में ही सरकार रोजगार सृजन के अगले बड़े लक्ष्य की घोषणा करने की तैयारी में है। इसके पीछे भरोसा यह है कि अभी सभी औद्योगिक संस्थाओं में श्रमिक-कामगारों की जरूरत की रिपोर्ट आना बाकी है। इस तरह अभी काफी लोगों को नौकरी देने की संभावना है।

इसके साथ ही बैंकों के जरिए स्वरोजगार के लिए भी ऋण वितरण तेजी से कराया जा रहा है। केंद्र सरकार ने एमएसएमई सेक्टर के लिए जो आर्थिक पैकेज दिया है, उसका असर भी आना बाकी है। बुधवार को लोकभवन में टीम-11 के साथ हुई बैठक में भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि केंद्र और राज्य की योजनाओं में लोगों को रोजगार देने की प्रक्रिया लगातार चलती रहनी चाहिए।

श्रमिक-कामगारों को ऋण भी दिलाएगा एमएसएमई विभाग : एमएसएमई विभाग अभी तक उद्यमियों को ऋण दिलाने में ही सक्रिय भूमिका निभा रहा था। अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए हैं कि सरकार की योजनाओं में यदि श्रमिक-कामगार भी ऋण पाने के पात्र हों तो एमएसएमई विभाग बैंकों से समन्वय कर उन्हेंं ऋण दिलाए। सरकार का मानना है कि इससे स्वरोजगार और रोजगार, दोनों ही बढ़ेंगे।

एक लाख मेडिकल स्क्रीनिंग टीमों को दें अंतिम रूप : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना संक्रमण के हालात की भी समीक्षा की। एक लाख से अधिक मेडिकल स्क्रीनिंग टीमों के गठन की कार्यवाही को उन्होंने तत्काल अंतिम रूप देने को कहा। कोविड-19 के प्रसार को रोकने में मेडिकल स्क्रीनिंग बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग कराने और ग्यारह जिलों में तैनात नोडल अधिकारियों से फीडबैक लेकर कदम उठाने के भी निर्देश दिए।


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