योगी सरकार ने लोकसभा चुनाव तक अपने मंत्रियों के विदेश जाने पर लगाई रोक
लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटी भाजपा सरकार पूरी तरह क्षेत्र के प्रति समर्पित है। भाजपा नेतृत्व ने हर माह के दस दिन सांसदों और विधायकों को गांवों में जाने का लक्ष्य सौंपा है।
लखनऊ (जेएनएन)। लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटी भाजपा सरकार अब पूरी तरह क्षेत्र के प्रति समर्पित हो गई है। भाजपा नेतृत्व ने हर माह के दस दिन सांसदों और विधायकों को गांवों में जाने का लक्ष्य सौंपा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तो लोकसभा चुनाव तक अपने मंत्रियों के विदेश जाने पर भी रोक लगा दी है।मेरठ की कार्यसमिति में गांवों में चौपाल लगाने और केंद्र-प्रदेश सरकार की योजनाओं के लाभार्थियों से संवाद-सम्मेलन की योजना बनाई थी।
मंत्रियों की भी जवाबदेही तय
पिछले माह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने आवास पर विधायकों को रात्रिभोज देकर गांवों में जाने और जनसंपर्क अभियान पर जोर दिया था। तब प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय और प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल ने हर विधायक को माह में दस दिन गांवों में जाकर जनसंपर्क के लिए निर्देश दिये।
योगी ने पार्टी के इस एजेंडे के साथ ही लोकसभा चुनाव के लिए मंत्रियों की भी जवाबदेही तय की है। योगी ने जिलों के प्रभारी मंत्रियों को विशेष जिम्मेदारी सौंपी है। कई प्रभारी मंत्रियों के बारे में यह शिकायत मिल रही कि वे अपने निर्धारित जिलों को लेकर गंभीर नहीं हैं। योगी ने दो टूक कह दिया है कि सभी प्रभारी मंत्री अपने जिलों के विकास कार्यों की समीक्षा के साथ ही वहां कार्यकर्ताओं से बेहतर तालमेल बनाएं।
जनसंपर्क एजेंडे पर भी चर्चा
नवरात्र में गोरखपुर पहुंचे योगी ने पार्टी पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक में कार्यकर्ताओं को महत्व देने के साथ ही जनसंपर्क एजेंडे पर भी चर्चा की। योगी खुद भी गांवों में जाकर रात्रि प्रवास करेंगे और योजनाओं की जानकारी लेंगे। पं. दीनदयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी समारोह में भाजपा द्वारा चलाये गए अभियान में भी योगी ने प्रदेश के कई जिलों में रात्रि प्रवास किये।
प्रतापगढ़ जिले से शुरुआत कर पूर्वांचल और पश्चिमी उप्र के जिलों में भी योगी गए। अनावश्यक खर्चों में कटौती को लेकर सचेत योगी सरकार विदेश यात्राओं में मितव्ययता को लेकर भी संवेदनशील है। बीती 18 सितंबर को मुख्य सचिव की ओर से जारी शासनादेश में कहा गया है कि यात्रा व्यय (विदेश यात्राओं पर व्यय सहित) में वित्तीय नियमों का कड़ाई से अनुपालन करते हुए मितव्ययता बरती जाए।