भगवान चित्रगुप्त की जयंती पर हुई कलम दवात की पूजा,आरती के लिए लगी कतार
लखनऊ के झूलेलाल पार्क के मंदिर में हुआ भगवान चित्रगुप्त का श्रृंगार करते श्रद्धालु आरती के लिए लगी कतार कोरोना मुक्त की कामना को लेकर हवन में आहूति डालते कायस्थ समाज के लोग और कलम दवात की पूजा करते साधक।
लखनऊ, जेएनएन। भगवान चित्रगुप्त का श्रृंगार करते श्रद्धालु, आरती के लिए लगी कतार, कोरोना मुक्त की कामना को लेकर हवन में आहूति डालते कायस्थ समाज के लोग और कलम दवात की पूजा करते साधक। कुछ ऐसा ही माहौल सोमवार को राजधानी के भगवान श्री चित्रगुप्त के मंदिरों में नजर आया। मौका था, चित्रगुप्त जयंती का।
कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया को भगवान श्री चित्रगुप्त की जयंती के रूप में मनाई जाती है। जगत का लेखा जोखा रखने वाले भगवान चित्रगुप्त की जयंती के अवसर पर कलम-दवात की पूजा की गई।
झूलेलाल घाट स्थित मंदिर में शारीरिक दूरी के साथ सीमित लोग शामिल हुए। संयोजक दिलीप श्रीवास्तव ने बताया कि केवल पदाधिकारियों को ही आमंत्रित किया गया। श्रीराम भक्त ओपी श्रीवास्तव की ओर से जयंती पर सामूहिक पूजन के साथ ही प्रसाद वितरित किया गया। उन्होंने बताया कि भगवान चित्रगुप्त की कृपा से ही सभी को उसके कर्मो का फल मिलता है। उनका हिसाब बहुत पक्का है। संयोजक सदस्य शेखर कुमार ने बताया कि हवन-पूजन के साथ आरती उतारी गई। प्रशासनिक निर्देशों के चलते बड़ा आयोजन नहीं किया गया। आलमबाग में भगवान के नाम से मुहल्ला ही बसा है। चित्रगुप्तनगर स्थित मंदिर में भी पूजन किया गया। संयोजक राजीव कुमार सक्सेना ने बताया कि बुजुर्गों को पूजन से दूर रखा गया।सभी ने शारीरिक दूरी के साथ पूजन किया। आयोजन के दाैरान कलम दवात की पूजा की गई। घरों में भी पेन की पूजा के बाद उससे श्री चित्रगुप्ताय नम: लिखा गया। शास्त्रीनगर स्थित मंदिर में भी पूजन के लिए सुबह से ही जमावड़ा लग गया था। नई बही खाते का लेखा जोखा भी शुरू किया गया।