इस बार गणतंत्र दिवस परेड में राजपथ पर अयोध्या का वैभव देखेगी दुनिया, शामिल होगी अवधपुरी पर आधारित झांकी
गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में राजपथ पर निकलने वाली परेड में हर वर्ष विभिन्न राज्यों के विशिष्टताओं-विविधताओं का प्रतिनिधित्व होता है। इस बार परेड में अयोध्या की झांकी को शामिल करने का फैसला किया गया है जो कि उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत का प्रतिनिधित्व करेगी।
लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। प्रभु श्रीराम की जन्मभूमि पर सदियों से प्रतीक्षित मंदिर का निर्माण शुरू होते ही अयोध्या धार्मिक पर्यटन का बड़ा केंद्र बनता जा रहा है। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार भी अवधपुरी के विकास के साथ ही दुनिया को उस धरती से जोड़ना चाहती है। इसी प्रयास में इस बार दिल्ली में राजपथ पर निकलने वाली गणतंत्र दिवस की परेड में अयोध्या की झांकी को शामिल करने का फैसला किया गया है, जो कि उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत का प्रतिनिधित्व करेगी।
गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में राजपथ पर निकलने वाली परेड में हर वर्ष विभिन्न राज्यों के विशिष्टताओं-विविधताओं का प्रतिनिधित्व होता है। धार्मिक-सांस्कृतिक धरोहरों का धनी उत्तर प्रदेश भी इसमें सहभागिता करता है। इस बार सूचना विभाग देश का आकर्षण बनने वाली गणतंत्र दिवस की परेड में अयोध्या की झांकी सजाने जा रहा है।
'अयोध्या : उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर' शीर्षक से प्रस्तावित इस झांकी में प्रभु श्रीराम की धरती पर बन रहे मंदिर सहित वहां की संस्कृति, परंपरा, कला और विभिन्न देशों से अयोध्या व प्रभु राम से संबंधों का चित्रण भी किया जाएगा। दीपावली पर सरयू किनारे राम की पैड़ी पर आयोजित दीपोत्सव गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल हुआ है। इसे भी झांकी में शामिल किया जा सकता है। परेड की झांकियों के संबंध में ही बुधवार को दिल्ली में बैठक हुई, जिसमें प्रदेश के सूचना निदेशक शिशिर भी शामिल हुए।