Move to Jagran APP

UP में लॉकडाउन ने आइटी-टेलीकॉम कंपनियों को द‍िया नया फार्मूला, आगे भी जारी रहेगा वर्क फ्राम होम

देश की नामचीन आइटी कंपनियों ने इस फार्मूले पर ही काम जारी रखने की घोषणा की है। कंपनियों ने भले ही इसे 31 जुलाई तक बढ़ाया हो मगर माना जा रहा है अब यह व्यवस्था आगे भी बरकरार रहेगी।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Thu, 18 Feb 2021 07:07 AM (IST)Updated: Thu, 18 Feb 2021 09:13 AM (IST)
UP में लॉकडाउन ने आइटी-टेलीकॉम कंपनियों को द‍िया नया फार्मूला, आगे भी जारी रहेगा वर्क फ्राम होम
कंपनियों ने 31 जुलाई तक अपने कर्मचारियों को घर से ही काम करने के दिए निर्देश।

लखनऊ, [पुलक त्रिपाठी]। कोरोना काल में आइटी-टेलीकॉम कंपनियों को वर्क फ्राम होम (डब्ल्यूएफएच) का फार्मूला रास आ गया। देश की नामचीन आइटी कंपनियों ने इस फार्मूले पर ही काम जारी रखने की घोषणा की है। कंपनियों ने भले ही इसे 31 जुलाई तक बढ़ाया हो, मगर माना जा रहा है अब यह व्यवस्था आगे भी बरकरार रहेगी। इसके पीछे कंपनियों का मकसद अपने कर्मियों को कोरोना से बचाने, स्वस्थ माहौल देने के साथ ही लागत कम करना भी है। आइटी-टेलीकाम कंपनियां इसे आपदा में अवसर मान रही हैं तो जानकार इसे बड़ा बदलाव।

loksabha election banner

कंपनियों को लाभ

  • कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सार्थक विकल्प
  • कर्मियों से मिल रही अधिक प्रोडक्टिविटी
  • परिवार के साथ रहकर काम करने से कर्मियों में रहता है अधिक उत्साह
  • कार्यालय बुलाने पर कर्मियों पर आने वाले खर्च की बचत
  • कर्मियों को अबतक उपलब्ध कराए जा रहे इंफ्रा का दूसरे कामों में इस्तेमाल

कोरोना संक्रमण के कारण अभी रिस्क लेने का कोई मतलब नहीं। हमारे कर्मी घर पर रहते हुए अच्छा परफार्म कर रहे हैं। इसके चलते हमने हाल ही में आदेश 31 मार्च से अगले तीन माह यानी 30 जून तक वर्क फ्राम होम को जारी रखने के निर्देश दिए हैं। अनिवार्य सेवा से जुड़े कर्मी ही आफिस आ रहे हैं।  -अभय वैश्य, सेंटर हेड, एरिक्शन ग्लोबल इंडिया, नोयडा

उन्हीं कर्मियों को आफिस बुलाया जा रहा है जिनकी जरूरत है। इनकी भी संख्या महज छह से आठ प्रतिशत है। वर्क फ्राम होम से कंपनी को अच्छा आउटपुट मिल रहा है। अभी इसी पैटर्न पर काम जारी रहेगा।  -ऋषि कुमार, सेंटर हेड, एचसीएल, लखनऊ

वर्क फ्राम होम ही नहीं, वर्क फ्राम ऐनीवेयर का कल्चर अपनाया जा रहा है। जो अनिवार्य सेवा से जुड़े हैं, उन्हेंं ही आफिस बुलाया जा रहा है।  -संजीव मोहन, वाइस प्रेसीडेंट, टेक महि‍ंंद्रा

नोएडा आफिस में करीब पांच हजार से अधिक कर्मचारी हैं। हम 31 जुलाई 2021 तक वर्क फ्राम होम पर हैं। इसके बाद के बारे में उस वक्त निर्णय लिया जाएगा। हमारे सभी कर्मचारी बेहतर काम कर रहे हैं।   - नंदन झा, सीनियर इंजीनियरि‍ंंग लीडर / मेंबर, एडोब इंडिया साइट काउंसिल, नोएडा 

सबसे बड़ी बात यह है कि सुबह आफिस के लिए निकलने पर जाम का भी सामना करना पड़ जाता है। ऐसे में एक कर्मी के दिन में चार घंटे आने जाने में बर्बाद हो रही है। ऑनलाइन ने यह साबित कर दिया कि इससे कर्मियों की उत्पादकता बेहतर हुई है। अब कर्मचारी की लोकेशन के मायने नहीं रहे। यही कारण है कि कंपनियां डब्ल्यूएफएच को बेहतर मान रही हैं।  -प्रो. अरुण शैरी, डायरेक्टर ट्रिपल आइटी लखनऊ

पीएम ने की सराहना

नास्कॉम टेक्नॉलॉजी एंड लीडरशिप फोरम (एनटीएलएफ) के संबोधन में पीएम मोदी ने वर्क फ्राम होम कल्चर की जमकर सराहना की है। उन्होंने स्पष्ट रूप से आइटी कंपनियों ने वर्क फ्राम होम कल्चर की सराहना करते हुए महामारी के प्रकोप के दौरान भी दो प्रतिशत वाॢषक वृद्धि प्राप्त करने पर पीठ थपथपाई है।

कर्मचारियों की संख्या

  • एरिक्शन ग्लोबल, नोएडा : 7000
  • एचसीएल लखनऊ : 6000
  • एडोब इंडिया नोएडा : 5000
  • टेक महिंद्रा : (एक लाख, 20 हजार)- देश भर 

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.