रानी लक्ष्मीबाई संयुक्त चिकित्सालय में बिना पद के ही अस्पताल में महिलाकर्मी कर रही ड्यूटी, जवाब तलब
लखनऊ के राजाजीपुरम स्थित रानी लक्ष्मीबाई संयुक्त चिकित्सालय में बिना पद के ही एक महिलाकर्मी की वर्षों से तैनाती होने का मामला प्रकाश में आया है। स्वास्थ्य विभाग की निदेशक (प्रशासन) पूजा पांडेय ने अस्पताल प्रशासन को पत्र लिखकर जवाब तलब किया।
लखनऊ, जेएनएन। राजाजीपुरम स्थित रानी लक्ष्मीबाई संयुक्त चिकित्सालय में बिना पद के ही एक महिलाकर्मी की वर्षों से तैनाती होने का मामला प्रकाश में आया है। मामला विधान सभा में उठने के बाद स्वास्थ्य विभाग की निदेशक (प्रशासन) पूजा पांडेय ने अस्पताल प्रशासन को पत्र लिखकर जवाब तलब किया है।
दरअसल मामला आरएलबी अस्पताल में दो प्रधान सहायक के पदों से जुड़ा है। वर्ष 1999 में 30 बेड से शुरू हुआ अस्पताल 2008 में 100 बेड का हो गया। इसके बाद पूर्व के समस्त पदों को समायोजित कर दिया गया। उसी शासनादेश में अस्पताल में एक कार्यालय अधीक्षक व दो वरिष्ठ सहायक के पद भी सृजित हुए थे। वर्ष 2013 में पुन: नए शासनादेश के तहत कार्यालय अधीक्षक को प्रशासनिक पद और वरिष्ठ सहायक पदों को प्रधान सहायक के पद पर समायोजित कर दिया गया था। इसके अलावा कनिष्ठ लिपिक को कनिष्ठ सहायक, वरिष्ठ लिपिक को वरिष्ठ सहायक और वरिष्ठ सहायकों को प्रधान सहायक के रूप में तब्दील कर दिया गया। तत्कालीन शासनादेश के मुताबिक अस्पताल में वरिष्ठ सहायक का पद है ही नही। बावजूद अस्पताल प्रशासन की मर्जी से वरिष्ठ सहायक पद पर कई वर्षों से महिला कर्मचारी ड्यूटी कर रही है। सदन में कर्मचारी की तैनाती और वेतन आहरण को लेकर पूछे गए सवाल के जबाब में अस्पताल प्रशासन पर गुमराह करने वाली जानकारी देने का भी आरोप है। वरिष्ठ सहायक के पद पर महिला कर्मचारी 23 साल से आरएलबी में कार्यरत है। अस्पताल के सीएमएस डॉ.अनिल कुमार आर्या का कहना है कि उन्होंने अपना जवाब स्वास्थ्य विभाग को भेज दिया है।