धर्म बदलकर प्रेमी संग रह रही थी तीन बच्चों की मां, करवाचौथ पर लगाई फांसी-फिर लाश के साथ हुआ ऐसा
लखनऊ के बंथरा में महिला का शव मिलने का मामला। मृतक महिला प्रेमी संग मुंबई से भागकर आई थी लखनऊ। पहले से ही दोनों शादीशुदा थे। खुद को बचाने के महिला के चेहरे पर फेंका तेजाब।
लखनऊ, जेएनएन। राजधानी में एक महिला ने करवाचौथ पूजा में प्रेमी के न आने पर नाराज होकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। अगले दिन घर पहुंचे प्रेमी ने शव देख अपने चालक की मदद से बंथरा के पुराही खेड़ा गांव के बाहर फेंक दिया। खुद को बचाने के लिए महिला के चेहरे पर तेजाब डाल दिया। मृतक महिला पहले से शादीशुदा थी और तीन बच्चों की मां थी। प्रेमी के साथ मुबंई से भागकर आई और धर्म बदलकर दो माह से प्रेमी संग रह रही थी। मामले का पर्दाफाश गुरुवार को बंथरा पुलिस ने करते हुए दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया।
ये है पूरा मामला
पुलिस ने बताया कि महेंद्र करवाचौथ वाले दिन 17 अक्टूबर को अपने किसी काम से लखनऊ आया, लेकिन मोहसिना के पास नहीं गया। जबकि मोहसिना (27) फोन करके उसे बराबर बुलाती रही थी। जब महेंद्र नहीं पहुंचा तो मोहसिना ने नाराज होकर घर के अंदर रस्सी के सहारे पंखे के हुक से लटक कर आत्महत्या कर ली। अगले दिन महेंद्र जब मोहसिना के पास पहुंचा तो उसे फांसी पर लटका देख उसके होश उड़ गए। उसने रस्सी काट कर शव को नीचे उतारा। बाद में अपने चालक संदीप को बुलाया और अपने बोलेरो में रखकर शव फेंकने के बाद निकल गया।
पहचान छुपाने के लिए चेहरे पर डाला एसिड
पहचान छुपाने के लिए अपने साथ ले गई हाइड्रोक्लोरिक एसिड की 3 शीशियों में से एक सीसी की एसिड उसके चेहरे पर डाली, लेकिन उससे कुछ खास फर्क नहीं पड़ा। जिसके कारण दो भरी शीशी शव के पास डाल कर वहां से दोनों भाग निकले।
प्रेमी के लिए घर छोड़ा, बदल लिया धर्म
अमेठी के जगदीशपुर थानांतर्गत पूरे हामी के पुरवा मौजा इमली गांव निवासी मुस्ताक अहमद की बेटी मोहसिना बानो (27) की शादी करीब 8 साल पहले यहीं के मो. नसीम के साथ हुई थी। बाद में एसी मकैनिक मो. नसीम मोहसिना को लेकर मुंबई में रहने लगा। मोहसिना के 3 बच्चे भी हैं। मायके आने-जाने के दौरान मोहसिना की दोस्ती कठौरा कमरौली निवासी स्टेशनरी दुकानदार महेंद्र से हो गई। मोहसिना मुंबई जाने के बाद भी उससे फेसबुक और फोन से जुड़ी रही। उसके बाद महेंद्र के साथ मोहसिना जून में मुंबई से भाग निकली। महेंद्र ने उसे सरोजनीनगर स्थित दरोगा खेड़ा में किराए का कमरा लेकर रख दिया। जहां महेंद्र हफ्ते में दो-तीन बार मिलने आता था। कुछ दिन महेंद्र ने संदीप के नाम से बंथरा दादूपुर स्थित नई कॉलोनी में 9 लाख रुपये में एक मकान खरीदा और उसमें दो महीने से रहने लगा। यहां मोहसिना अपना नाम बदल कर खुशी गुप्ता उर्फ परी के नाम से हिंदू रीति रिवाज के हिसाब से रहने लगी। महेंद्र शादीशुदा है और उसके दो बच्चे भी हैं, इसलिए वह मोहसिना के साथ बराबर नहीं रहता था।