गोंडा : पति की हत्या के लिए दी थी 15 हजार रुपये की सुपारी, पत्नी समेत तीन गिरफ्तार
गोंडा में एक सप्ताह पूर्व युवक की हत्या के मामले का सोमवार को पुलिस ने राजफाश कर दिया। सीएचसी पर कार्यरत आशा कार्यकर्ता ने अपने मित्र एंबुलेंस चालक की मदद से पेशेवर अपराधी को सुपारी देकर पति की हत्या कराई थी।
गोंडा, जेएनएन। एक सप्ताह पूर्व युवक की हत्या के मामले का सोमवार को पुलिस ने राजफाश किया है। वजीरगंज सीएचसी पर कार्यरत आशा कार्यकर्ता ने अपने मित्र एंबुलेंस चालक की मदद से पेशेवर अपराधी को सुपारी देकर पति की हत्या कराई थी। इस मामले में पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार किया है।
यह है मामला
एसपी शैलेश पांडेय ने बताया कि 30 सितंबर को तरबगंज थाना क्षेत्र के रामपुर टेंगरहा हवेली निवासी मनोज पांडेय की हत्या कर दी गई थी। इसमें पत्नी ने तीन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। मामले की जांच में दर्ज किए गए मुकदमे में आरोपित लोगों की नामजदगी फर्जी पाई गई। एसपी ने बताया कि विवेचना के दौरान इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य, गवाह व अन्य साक्ष्यों के आधार पर ज्ञात हुआ कि मृतक मनोज कुमार पांडेय की पत्नी आशा पांडेय वजीरगंज सीएचसी पर आशा कार्यकर्ता है। उसका उसी सीएचसी के एंबुलेंस चालक नवाबगंज के लौव्वावीरपुर निवासी संतोष कुमार यादव के साथ पूर्व से संपर्क था। संतोष ने अपने ही गांव के शातिर अपराधी ओम बाबू से संपर्क किया। उनसे 15 हजार रुपये में मनोज पांडेय की हत्या करने की योजना बनाई। घटना से एक दिन पहले संतोष यादव ने ओमबाबू को एडवांस में दस हजार रुपये दिए थे, मौका पाकर 29 सितंबर की रात में साजिश के तहत मनोज की हत्या कर दी गई। एसपी ने बताया कि इस मामले में पत्नी आशा पांडेय, संतोष यादव व ओमबाबू को गिरफ्तार किया गया है।
आत्महत्या का किया था प्रयास- आशा पांडेय संतोष यादव पर भागने का दबाव बना रही थी। संतोष के मना करने पर पिछली जन्माष्टमी के दिन बगल में स्थित नदी में कूदकर उसने आत्महत्या करने का प्रयास भी किया था। पति को रास्ते से हटाने के लिए संतोष यादव से कई बार जिद भी की थी।
शातिर अपराधी है ओमबाबू- पुलिस ने इस मामले में अवैध तमंचा, कारतूस व मोबाइल भी बरामद किया है। पकड़े गए आरोपित ओम बाबू पर लूट, चोरी आदि मामलों में मुकदमा दर्ज है। राजफाश करने वाली टीम में तरबगंज के प्रभारी निरीक्षक इंद्रजीत यादव के अतिरिक्त स्वाट टीम को लगाया गया था।