Move to Jagran APP

पश्चिम बंगाल में रंग जमाएंगे UP के भाजपाई, CM योगी आदित्यनाथ के साथ Dy CM मौर्य व बंसल भी करेंगे प्रचार

West Bengal Assembly Election पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव को सर्वाेच्च प्राथमिकता मानकर जुटी भाजपा तैयारियों में कोई कमी नहीं छोडऩा चाहती। सभी राज्यों के संगठनात्मक प्रबंधन विशेषज्ञों का उपयोग बंगाल की जंग को जीतने के लिए किया जा रहा है।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Thu, 17 Dec 2020 04:15 PM (IST)Updated: Thu, 17 Dec 2020 04:15 PM (IST)
पश्चिम बंगाल में रंग जमाएंगे UP के भाजपाई, CM योगी आदित्यनाथ के साथ Dy CM मौर्य व बंसल भी करेंगे प्रचार
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व महामंत्री संगठन सुनील बंसल

लखनऊ, जेएनएन। भारतीय जनता पार्टी के मिशन-पश्चिम बंगाल में उत्तर प्रदेश भी बड़ी भूमिका में होगा। भाजपा के स्टार प्रचारक बन चुके सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ पश्चिम बंगाल के मोर्चे पर इस बार डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के साथ महामंत्री संगठन सुनील बंसल भी रहेंगे।

loksabha election banner

पश्चिम बंगाल में स्टार प्रचारक के तौर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा संगठनात्मक गतिविधियों को संचालित करने के लिए महामंत्री संगठन सुनील बंसल समेत कई नेताओं को भी जिम्मेदारी सौंपी जा रही है। यहां पर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य भी 19-20 दिसंबर को पश्चिम बंगाल के दो दिनी दौरे पर रहेंगे। वहीं क्षेत्रीय स्तर से ऐसे कार्यकर्ताओं के नाम मांगे गए जिनका चुनावी उपयोग हो सकता है।

पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव को सर्वाेच्च प्राथमिकता मानकर जुटी भाजपा तैयारियों में कोई कमी नहीं छोडऩा चाहती।  सभी राज्यों के संगठनात्मक प्रबंधन विशेषज्ञों का उपयोग बंगाल की जंग को जीतने के लिए किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश में अपनी संगठनात्मक क्षमता का लोहा मनवा चुके प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल को पश्चिम बंगाल की चार दर्जन से अधिक विधानसभा क्षेत्रों की जिम्मेदारी सौंपी गई है। बंसल के जिम्मे कोलकाता जैसा महत्वपूर्ण क्षेत्र भी है। माना जा रहा है कि यहां लागू होने वाला चुनावी कार्ययोजना का माडल ही अन्य क्षेत्रों में लागू किया जा सकता है।

प्रदेश महामंत्री जेपीएस राठौर ने बताया कि उत्तर प्रदेश में संगठनात्मक दृष्टि से लागू किए अनेक प्रयोग अन्य राज्यों में भी अपनाए गए। भाजपा में सेक्टर गठन की पहली व्यवस्था उत्तर प्रदेश में आजमायी गयी, जिसके सफल होने पर इसे अन्य राज्यों में शक्ति केंद्र नाम देकर लागू किया गया। इतना ही नहीं आम चुनावों के अलावा उपचुनाव व विधानपरिषद चुनावों में भी संगठन पूरी तरह खरा उतरा।

हिंदीभाषी मतदाताओं पर नजर: पश्चिम बंगाल में बड़ी संख्या में हिंदीभाषी क्षेत्रों के लोग भी रहते है। इनमें पूर्वी जिलों के वाशिदों की तादात अच्छी खासी है। सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ महामंत्री संगठन सुनील बंसल के अलावा पूर्वाचल के प्रमुख नेताओं को भी प्रचार में लगाया जाएगा। अनेक संगठन मंत्रियों व पूर्णकालिक स्वयंसेवकों से भी चुनाव के लिए तैयार रहने को कहा गया है। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.