तेज हवाओं संग बारिश-ओलावृष्टि से यूपी में भारी नुकसान, सीएम योगी की अपील-बदले मौसम में रखें ख्याल
उत्तर प्रदेश में बारिश से जुड़े हादसों के कारण सात लोगों की मौत और कई लोग जख्मी हो गए हैं। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक अभी एक-दो दिनों तक बदली छाई रहेगी।
लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में तेज हवाओं के बीच बारिश और ओलावृष्टि से फसलें खेतों में गिर गई। इससे सरसों व आलू की फसल को नुकसान हुआ है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक अभी एक-दो दिनों तक बदली छाई रहेगी। बूंदाबांदी भी होने के आसार हैं। मौसम से जुड़े हादसों में सुलतानपुर में दो और कानपुर- सीतापुर-अंबेडकरनगर-अलीगढ़-कौशांबी में एक-एक व्यक्ति की जान चली गई।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीड़ित परिवारों को राहत पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। सीएम योगी ने प्रदेशवासियों से अपील की है कि वे बदले मौसम में अपना ख्याल रखें। सीएम ने कहा कि मौसम ने अचानक फिर करवट ली है। हल्की बारिश के कारण ठंड बढ़ गई है। ऐसे में आप सब सजग रहें और अपना ख्याल रखें। घर में बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ख्याल रखें। प्रदेश सरकार आपके स्वास्थ्य व सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है तथा हर नागरिक की सहायता के लिए सदैव तत्पर है।
राजधानी लखनऊ सहित कई जिलों में गुरुवार रात से शुरू हुई बारिश का सिलसिला शुक्रवार को भी दिन भर जारी रहा। कहीं अच्छी तो कहीं हल्की बारिश हुई। कई जगह ओले भी गिरे। मौसम विभाग के अनुसार शनिवार को भी बादलों की आवाजाही लगी रहेगी। पूर्वी उत्तर प्रदेश में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है।
सीतापुर के कुछ हिस्से में ओले गिरे, शुक्रवार सुबह रेउसा क्षेत्र के दूलामऊ गांव में बिजली गिरने से परवेश की बेटी क्रांती देवी की मौत हो गई। सुलतानपुर के जराईकला ईंटभट्ठा पर बिजली गिरने से दो मजदूर राजकुमार और दिलीप की मौत हो गई जबकि टोडरपुर में से चार लोग झुलस गए, बलरामपुर के ग्राम कोडऱी सद्दौपुर में डबकी स्कूल के पास गन्ने के खेत में बिजली गिरने से शेषराम झुलस गया। अंबेडकरनगर के भीटी क्षेत्र में बिजली गिरने से बालिका की मौत हो गई। कौशांबी में भी बिजली गिरने से एक मौत की सूचना है।
लखीमपुर में तेज हवाओं के बीच बारिश, अयोध्या के बीकापुर में उपलवृष्टि और बहराइच में पुरवा हवाओं ने फसल तबाह की जबकि श्रावस्ती के मनिकापुर खुर्द में बिजली गिरने से मां-बेटी झुलस गई। रायबरेली में कई इलाकों में बिजली भी गिरी लेकिन कोई हताहत नहीं हुआ। बाराबंकी के दरियाबाद क्षेत्र में बारिश के बीच ओले गिरने से गेहूं की फसल खेतों में बिछ गई। हरदोई, गोंडा और अमेठी में भी बादल छाए रहे।
अलीगढ़ में आंधी, बारिश व ओलावृष्टि से कांवड़ियों के लिए लगे शिविरों के बंबू उखड़ गए। गांव कनौबी में बिजली गिरने से महिला की मौत हो गई। मुरादाबाद में तेज आंधी के साथ बारिश होती रही। आगरा, मथुरा, फीरोजाबाद, मैनपुरी, एटा और कासगंज में गुरुवार रात करीब 11 बजे से दिन तक बारिश हुई। आगरा, मथुरा और एटा में ओले गिरे। बरेली में रात से शुक्रवार सुबह तक बारिश के बीच बदायूं व पीलीभीत में ओले गिरे। मेरठ और आसपास के जिलों में रात से दोपहर तक उपलवृष्टि और बारिश हुई। कानपुर देहात के धरियापुरवा में झोपड़ी पर पेड़ गिरने से महिला धकेली देवी की मौत हो गई।
फसल को नुकसान
किसानों के मुताबिक बारिश और बयार से रबी की फसल खेतों में बिछ गई है। इससे गेहूं और सरसों की फसल को काफी नुकसान हुआ है। जहां ओलावष्टि और तेज हवा नहीं चली वहां बारिश से फसल को लाभ पहुंचने का अनुमान है। गेहूं और गन्ने की फसल में यह बारिश लाभप्रद रहेगी, लेकिन इसके उलट सेहत पर बारिश भारी पड़ती नजर आ रही है। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक प्रो. नौशाद खान के अनुसार अगैती गेहूं को नुकसान हुआ है। 22 फरवरी को भी बारिश की संभावना है।
वज्रपात से मौत पर मुख्यमंत्री दुखी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वज्रपात से जनहानि पर गहरा शोक जताया और दिवंगत लोगों की शांति की कामना करते हुए उनके परिवार के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की हैं। मुख्यमंत्री ने सुलतानपुर, कौशांबी एवं सीतापुर के जिलाधिकारियों को पीडि़त परिजनों को राहत राशि उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए और घायल व्यक्तियों के समुचित चिकित्सा प्रबंध करने की भी हिदायत दी है।