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Vikas Dubey News : यूपी पुलिस को मोस्ट वांटेड गैंगस्टर विकास दुबे को न पकड़ पाने का मलाल

Vikas Dubey News मोस्ट वांटेड गैंगस्टर विकास दुबे की एमपी में गिरफ्तारी यूपी पुलिस की बड़ी नाकामी है जो उसकी सक्रियता व नेटवर्क पर बड़े सवाल खड़े कर रही है।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Fri, 10 Jul 2020 04:27 AM (IST)Updated: Fri, 10 Jul 2020 07:34 AM (IST)
Vikas Dubey News : यूपी पुलिस को मोस्ट वांटेड गैंगस्टर विकास दुबे को न पकड़ पाने का मलाल
Vikas Dubey News : यूपी पुलिस को मोस्ट वांटेड गैंगस्टर विकास दुबे को न पकड़ पाने का मलाल

लखनऊ, जेएनएन। कानपुर के बिकरु गांव में दो जुलाई की रात को आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर देशभर में सुर्खियों में आए उत्तर प्रदेश के मोस्ट वांटेड गैंगस्टर विकास दुबे की तलाश में पुलिस सात दिनों से खाक छान रही थी और वह लगातार चकमा देने में कामयाब रहा। यूपी पुलिस की यह बड़ी नाकामी है, जो उसकी सक्रियता व नेटवर्क पर बड़े सवाल खड़े कर रही है। गुरुवार को डीजीपी मुख्यालय में हर अधिकारी-पुलिसकर्मी के चेहरे पर विकास को न पकड़ पाने की मायूसी साफ नजर आई। 

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कानपुर कांड के बाद पुलिस ने अब तक विकास दुबे के पांच साथियों को मुठभेड़ में मार गिराया है। विकास को भी वह अपनी गिरफ्त में चाहती थी और इसके लिए तगड़ा जाल भी बिछा रखा था। लेकिन, टीवी चैनलों पर विकास दुबे की तस्वीरें देखकर आला पुलिस अफसरों से लेकर जवान तक हक्का-बक्का रह गए। इधर, मुठभेड़ में विकास के साथी के मारे जाने की घटना की इटावा में प्रेसवार्ता किए जाने की तैयारियां भी शुरू हो गई थीं जिन्हें कुछ देर बाद ही रद कर दिया गया। फिर कुछ देर बाद डीजीपी मुख्यालय में भी हलचल बढ़ गई। विकास दुबे के उज्जैन पहुंचने के घटनाक्रम की जानकारियां जुटाई जाने लगीं। फिर कानपुर पुलिस व एसटीएफ की बड़ी टीम तैयार कर उसे मध्य प्रदेश रवाना कर दिया गया।

आखिर कहां है एके-47 और इंसास रायफल : पुलिस अब कानपुर कांड के मुख्य आरोपित विकास दुबे से पूछताछ के लिए अपने सवालों की फेहरिस्त भी तैयार कर रही है। उनमें सबसे अहम सवाल तो यह है कि आखिर कानपुर पुलिस से लूटी गई एके-47 और इंसास रायफल कहां हैं। उससे अब कई बिंदुओं पर लंबी पूछताछ होगी।

गिरफ्तारी की पटकथा पर पुलिसकर्मियों के सवाल : आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के आरोपित विकास दुबे की गिरफ्तारी की पटकथा से पीड़ित परिवारों के साथ ही पुलिसकर्मियों में भी गुस्सा है। नाम न छापने के आग्रह के साथ वे कहते हैं कि किसी राजनेता ने ही विकास का नाटकीय ढंग से सरेंडर कराया है। विकास को यह आभास हो गया था कि उसका जिंदा बचना मुश्किल है, तभी यूपी से भागकर उसने उज्जैन में सरेंडर किया।

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