Vikas Dubey News: विकास दुबे के फरार भाई दीप प्रकाश के खिलाफ गैर जमानती वारंट, घर कुर्की का भी नोटिस
Vikas Dubey News कानपुर के बिकरू कांड के मुख्य आरोपित विकास दुबे के दस जुलाई को कानपुर में एनकाउंटर में ढेर करने के बाद पुलिस ने उसके गैंग के अन्य लोगों पर भी शिंकजा कसा।
लखनऊ, जेएनएन। कानपुर के चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरू गांव में दो जुलाई की रात आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के मुख्य आरोपित विकास दुबे के फरार भाई पर भी अब पुलिस का शिकंजा कस गया है। लखनऊ के कृष्णानगर की इंद्रलोक कॉलोनी निवासी 25 हजार के इनामी दीप प्रकाश के खिलाफ गैरजमानती वारंट जारी किया गया है। इसके साथ ही उसके हाजिर न होने पर मकान की कुर्की की भी कार्रवाई तय है।
कानपुर के बिकरू कांड के मुख्य आरोपित विकास दुबे के दस जुलाई को कानपुर में एनकाउंटर में ढेर करने के बाद पुलिस ने उसके गैंग के अन्य लोगों पर भी शिंकजा कसा। इसके कारण अधिकांश ने या तो सरेंडर कर दिया या फिर मुठभेड़ में ढेर हो गए। पुलिस ने तीन जुलाई से ही घर से फरार विकास दुबे के भाई दीप प्रकाश उर्फ दीपक पर 25 हजार का इनाम रखने के बाद अब गैर जमानती वारंट जारी किया है। इसके साथ ही उसके कृष्णानगर में घर पर कुर्की की नोटिस चस्पा कर किया गया है। इसकी एक नोटिस डाक से बिकरू गांव भी भेजी गई है। पुलिस को एक दिन पहले दीप प्रकाश का गैरजमानती वारंट भी मिल गया है।
तीन जुलाई को बिकरू में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद विकास को ढूंढ़ रही पुलिस ने लखनऊ के कृष्णानगर में बने उसके व भाई दीप के घर पर भी दबिश दी थी। दीप के घर से सरकारी एम्बेस्डर कार बरामद हुई थी। नीलामी में यह कार वृन्दावन योजना के विनीत पाण्डेय ने ली थी। विनीत से जब पूछताछ हुई तो सामने आया कि एक दिसंबर, 2009 को यह कार विकास दुबे और उसके भाई दीप ने धमका कर ले ली थी। इसके बाद विनीत की तहरीर पर विकास व दीप प्रकाश के खिलाफ धोखाधड़ी, रंगदारी मांगने और जान से मारने की धमकी देने की एफआईआर दर्ज की गई थी। विकास मुठभेड़ में मारा जा चुका है जबकि दीप अभी फरार है।
लखनऊ में विकास दुबे के भाई दीप प्रकाश के कृष्णानगर में चंद्रलोक कॉलोनी के मकान की कुर्की की तैयारी है। इस मकान में दीप प्रकाश की पत्नी, उनके बच्चे तथा विकास दुबे की मां भी रहती है। पुलिस ने कोर्ट में प्रपत्र दाखिल किया।
गौरतलब है कि बिकरू कांड को अंजाम देने वाले पांच लाख के इनामी विकास दुबे को कानपुर में दस जुलाई को एसटीएफ ने मुठभेड़ के दौरान मारा गिराया था। विकास दुबे ने दो जुलाई की आधी रात के बाद दबिश के दौरान आठ पुलिसकर्मियों की साथियों संग मिलकर हत्या कर दी थी। विकास दुबे पर यूपी पुलिस ने पांच लाख का इनाम घोषित किया था।