Move to Jagran APP

Vikas Dubey News : सरेंडर साबित हुआ तो किसी को नहीं मिलेगी पांच लाख की इनामी राशि

उत्तर प्रदेश के मोस्ट वांटेड अपराधी विकास दुबे की गिरफ्तारी के साथ ही पांच लाख के इनामी बदमाश विकास दुबे की गिरफ्तारी का क्रेडिट लेने की जंग भी शुरू हो गई है।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Fri, 10 Jul 2020 03:58 AM (IST)Updated: Fri, 10 Jul 2020 07:34 AM (IST)
Vikas Dubey News : सरेंडर साबित हुआ तो किसी को नहीं मिलेगी पांच लाख की इनामी राशि
Vikas Dubey News : सरेंडर साबित हुआ तो किसी को नहीं मिलेगी पांच लाख की इनामी राशि

लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के मोस्ट वांटेड अपराधी विकास दुबे को मध्य प्रदेश पुलिस ने गिरफ्तार किया और फिर अब उसे यूपी पुलिस ट्रांजिट रिमांड पर अपनी कस्टडी में ले चुकी है। इसके साथ ही पांच लाख के इनामी बदमाश विकास दुबे की गिरफ्तारी का क्रेडिट लेने की जंग भी शुरू हो गई है। एमपी पुलिस उसे गिरफ्तार करने की बात कह रही है, लेकिन यदि विकास का पकड़ा जाना सरेंडर साबित हुआ तो उसके सिर रखा गया पांच लाख रुपये का इनाम किसी को नहीं मिलेगा।

loksabha election banner

कानपुर कांड के मुख्य आरोपित विकास दुबे पर शासन ने एक दिन पूर्व ही पांच लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। एक वरिष्ठ आइपीएस अधिकारी के अनुसार कोई इनामी बदमाश यदि किसी व्यक्ति की सूचना पर पकड़ा जाता है, तो उस पर घोषित इनाम की राशि सूचना देने वाले को मिलती है। अगर पुलिस किसी बदमाश को गिरफ्तार करती है तो उस पर घोषित इनाम की हकदार उसे गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम होती है।

वह कहते हैं कि विकास दुबे के मामले में मध्य प्रदेश पुलिस ने उसे गिरफ्तार करने का दावा तो किया है, लेकिन यूपी पुलिस अपनी किरकिरी बचाने के लिए यही कहेगी कि विकास ने सरेंडर किया है। इसके अलावा मामले में विकास दुबे के उज्जैन में पकड़े जाने की परिस्थितियां और आरोपित विकास दुबे के बयान भी बेहद महत्वपूर्ण होंगे। यदि विकास का पकड़ा जाना सरेंडर साबित हुआ तो इनाम की राशि किसी के हिस्से नहीं आएगी।

बता दें कि कानपुर में सीओ समेत आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे छह दिनों में ही यूपी का मोस्ट वांटेड अपराधी बन गया था। शासन ने विकास पर बुधवार को पांच लाख रुपये का इनाम घोषित कर दिया। इससे पूर्व डीजीपी ने सोमवार को उस पर ढाई लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। कानपुर कांड के बाद विकास पर हर स्तर से हर दिन इनाम की राशि बढ़ती ही गई। प्रदेश में इससे पूर्व कुख्यात ददुआ, ठोकिया, बबुली कोल, मुन्ना बजरंगी, बृजेश सिंह व त्रिभुवन सिंह पर पांच-पांच लाख रुपये का इनाम रहा है। बीते दिनों माफिया मुन्ना बजरंगी की बागपत जेल में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। वर्ष 2007 से वर्ष 2019 के बीच पुलिस दस्यु ददुआ, ठोकिया व बबुली कोल को अलग-अलग मुठभेड़ में मार चुकी है। माफिया बृजेश सिंह व त्रिभुवन सिंह इन दिनों जेल में निरुद्ध हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.