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सचिव जल निगम और BSA की संपत्तियां खंगाल रही विजिलेंस, नगर निगम से मांगी डिटेल

विजिलेंस टीम ने संपत्तियों के बारे में जानकारी देने के लिए नगर निगम से मदद मांगी है।

By Divyansh RastogiEdited By: Published: Mon, 31 Aug 2020 02:26 PM (IST)Updated: Mon, 31 Aug 2020 09:12 PM (IST)
सचिव जल निगम और BSA की संपत्तियां खंगाल रही विजिलेंस, नगर निगम से मांगी डिटेल
सचिव जल निगम और BSA की संपत्तियां खंगाल रही विजिलेंस, नगर निगम से मांगी डिटेल

लखनऊ [अजय श्रीवास्तव]। Lucknow Municipal Corporation Update: नौकरी में रहकर अकूत संपत्ति कमाने वाले अब विजिलेंस जांच के घेरे में आ चुके हैं। विजिलेंस टीम ऐसे ही करीब आधा दर्जन से अधिक अधिकारियों की संपत्तियों को लखनऊ में खंगाल रही है। बहराइच में तैनात रहे बेसिक शिक्षाधिकारी धर्मेद्र कुमार सक्सेना और वाराणसी निवासी जल निगम लखनऊ में अधीक्षण अभियंता व सचिव प्रशासन के पद पर तैनात दीनानाथ यादव की संपत्तियों पर विजिलेंस की नजर है। टीम ने संपत्तियों के बारे में जानकारी देने के लिए नगर निगम से मदद मांगी है। इंदिरानगर के पटेल नगर ध्रुव लोक कॉलोनी में भवन संख्या आठ के बारे में जानकारियां जुटाई जा रही हैं। यह भवन बहराइच में रहे बेसिक शिक्षाधिकारी धर्मेद्र कुमार सक्सेना से जुड़ा बताया जा रहा है।

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नगर निगम से जानकारी मांगी गई है कि यह भवन किसके नाम दर्ज है और किस तिथि को नगर निगम में दर्ज कराया गया। साथ ही भवन कर कब से कब तक कितना जमा किया गया। यह अभिलेख पुलिस अधीक्षक सतर्कता अधिष्ठान अयोध्या ने मांगा है। इसी तरह जल निगम लखनऊ में अधीक्षण अभियंता और सचिव प्रशासन का काम देख रहे दीनानाथ यादव की संपत्तियों के अभिलेख लखनऊ से जुटाए जा रहे हैं। वह वाराणसी के निवासी हैं। लिहाजा, नगर निगम लखनऊ के अलावा बनारस और गाजियाबाद से दीनानाथ यादव से जुड़ी संपत्तियों की जानकारी जुटाई जा रही है। इसमें आवासीय एवं व्यावसायिक भूखंड के अलावा भवन और दुकानों की जानकारी मांगी गई है। यह जांच लखनऊ की सतर्कता अधिष्ठान की टीम कर रही है। इस तरह से कई बड़े अफसरों की संपत्तियों और बेनामी प्रॉपर्टी पर कड़ी नजर रखी जा रही है।

एपी मिश्र की रिपोर्ट नहीं दे रहा नगर निगम

आय से अधिक संपत्ति के आरोप में जेल गए पॉवर कॉरपोरेशन के सेवानिवृत्त प्रबंध निदेशक अयोध्या प्रसाद मिश्र की संपत्तियां बताने में नगर निगम विजिलेंस टीम को सहयोग नहीं कर रहा है। टीम ने इसी साल तीन जनवरी, दस फरवरी और 25 फरवरी को भेजे गए पत्र का जिक्र करते हुए कहा है कि संपत्तियों के अभिलेख न मिलने से जांच में देरी हो रही है और शासन की तरफ से कड़ी आपत्ति दर्ज कराई गई है।

नगर निगम से मांगा ब्योरा

- लखनऊ के साथ बनारस और गाजियाबाद में तलाशी जा रही संपत्तियां

- बहराइच में तैनात थे बीएसए धर्मेद्र कुमार सक्सेना

- लोक कॉलोनी में भवन संख्या आठ के बारे में जुटाई जा रही जानकारियां

- 25 फरवरी को भेजे गए पत्र का जिक्र करते हुए कहा कि संपत्तियों के अभिलेख न मिलने से जांच में हो रही देरी


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