यूपी में टीकाकरण केंद्रों पर आज सिर्फ दूसरी डोज, कोरोना संक्रमण रोकने को घर-घर जाएंगी टीमें
अब तक सिर्फ 15.6 फीसद लोगों ने ही लगवाई दूसरी वैक्सीन। अपर मुख्य सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि कोरोना से बचाव के लिए जागरूकता पखवाड़ा चलाकर लोगों को जागरूक किया जाएगा। इसके अंतर्गत 16 अगस्त से 30 अगस्त तक लोगों की मेडिकल स्क्रीनिंग की जाएगी।
राब्यू, लखनऊ। यूपी में अब हर शनिवार को सिर्फ टीके की दूसरी डोज ही लोगों को लगाई जाएगी। सोमवार से शुक्रवार तक लोग वैक्सीन की पहली या दूसरी में से कोई भी डोज लगवा सकेंगे। वैक्सीन की दूसरी डोज लगवाने के लिए कम आ रहे लोगों को प्रेरित करने के लिए यह सुविधा शुरू की जा रही है। प्रदेश में अब तक कुल 5.7 करोड़ टीके लगाए गए हैं, जिसमें पहली डोज लगवाने वाले 4.8 करोड़ लोगों के मुकाबले दूसरी डोज केवल 89.30 लाख यानी 15.6 फीसद लोगों ने ही लगवाई है।
राज्य टीकाकरण अधिकारी डा.अजय घई ने बताया कि सुबह नौ से 11 बजे तक आनलाइन रजिस्ट्रेशन कर स्लाट बुक करने वाले लोगों को दूसरा टीका लगाया जाएगा। इसके बाद बिना पंजीकरण के लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी। इसकी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। सभी जिलों के सीएमओ को निर्देश दिए गए हैं कि वह शनिवार को लोगों को दूसरा टीका लगाने की व्यवस्था करें।
कोरोना रोगियों की पहचान को 21 से घर-घर जाएंगी टीमें
कोरोना का संक्रमण दोबारा न बढऩे देने के लिए 16 अगस्त से प्रदेश में कोरोना जागरूकता पखवाड़ा शुरू किया जाएगा। 30 अगस्त तक चलने वाले इस पखवाड़े के तहत लोगों को शारीरिक दूरी के नियम का सख्ती से पालन करने और मास्क अनिवार्य रूप से पहनने के लिए प्रेरित किया जाएगा। वहीं 21 अगस्त से लक्षण वाले रोगियों को चिन्हित करने के लिए घर-घर टीमें भेजी जाएंगी।
अपर मुख्य सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि कोरोना से बचाव के लिए जागरूकता पखवाड़ा चलाकर लोगों को जागरूक किया जाएगा। इसके अंतर्गत 16 अगस्त से 30 अगस्त तक लोगों की मेडिकल स्क्रीनिंग की जाएगी। इसके तहत आशा वर्कर, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व एएनएम आदि शामिल होंगी। यह लक्षण युक्त लोगों की पहचान करेंगी और फिर इनकी कोरोना जांच कराई जाएगी। जांच में कोरोना संक्रमित मिलने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा या फिर होम आइसोलेशन में रहकर यह इलाज करा सकेंगे। अब तक प्रदेश में 17.26 करोड़ लोगों की मेडिकल स्क्रीनिंग की जा चुकी है। करीब 80 हजार निगरानी समितियों को अलर्ट कर दिया गया है। करीब 68 हजार हेल्प डेस्क भी बनाई गई हैं।