योगी सरकार ने बकरीद पर सुरक्षा-व्यवस्था को लेकर दिए कड़े निर्देश, घर पर ही नमाज पढ़ने की अपील
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने कोरोना संकट और सावन के महीने को देखते हुए बकरीद पर जानवरों की कुर्बानी के दौरान पुलिस और प्रशासन को अतिरिक्त सतर्कता बरने के लिए कहा है।
लखनऊ, जेएनएन। मुसलमानों के प्रमुख त्योहार ईद-उल-अजहा पर सुरक्षा-व्यवस्था को लेकर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने विशेष दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इस साल कोरोना संकट और सावन के महीने को देखते हुए बकरीद पर जानवरों की कुर्बानी और नमाज के दौरान पुलिस और प्रशासन को अतिरिक्त सतर्कता बरने के लिए कहा गया है। राज्य सरकार ने कोरोना के संक्रमण के डर से सभी धार्मिक स्थलों के लिए भी निर्देश जारी किए हैं। किसी भी धार्मिक स्थल में सामूहिक रूप से भीड़ इकट्ठा न होने की हिदायत दी गई है।
डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने बकरीद के अवसर पर सुरक्षा-व्यवस्था को लेकर कड़े निर्देश दिए हैं। डीजीपी ने लोगों से बकरीद की नमाज घर पर ही पढ़ने की अपील की है। डीजीपी ने मिलीजुली आबादी तथा संवेदनशील क्षेत्रों में ड्रोन कैमरों के जरिए निगरानी के भी कड़े निर्देश दिए हैं। बकरीद के अवसर पर सभी जिलों को जोन व सेक्टर में विभाजित करने तथा हर जोन व सेक्टर में मजिस्ट्रेट व समकक्ष पुलिस अधिकारी की नियुक्ति के निर्देश भी दिए गए हैं।
डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने सभी एडीजी जोन व अन्य अधिकारियों से कहा है कि वे धर्म गुरुओं के जरिए लोगों को सामूहिक रूप से नमाज अदा न किये जाने के लिए प्रेरित करें। लोग घरों पर ही बकरीद की नमाज अदा करें। इसके साथ ही लोगों को शरीरिक दूरी का पालन करने के लिए भी लगातार जागरूक किया जाए। डीजीपी ने कहा है कि खासकर सोशल मीडिया पर सतर्क दृष्टि रखी जाए। भ्रामक संदेश के जरिए माहौल बिगाड़ने का प्रयास करने वालों को चिह्नित कर उनके विरुद्ध त्वरित कार्रवाई की जाए।
डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने कहा है कि गलत सूचनाओं का खंडन करने के साथ ही पुलिस भी संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त सतर्कता बरते। थानावार साम्प्रदायिक व शरारती तत्वों को सूचीबद्ध कर उनकी कड़ी निगरानी की जाए और आवश्यकता पड़ने पर निरोधात्मक कार्रवाई भी सुुनिश्चित की जाए। यदि कहीं कोई माहौल बिगाड़ने का प्रयास करता है, तो उसके विरुद्ध कठोर विधिक कार्रवाई की जाए। डीजीपी ने कहा है कि सभी थानेदार हर छोटी सूचना को भी पूरी गंभीरता से लें। इसके अलावा पुराने विवादों का भी समय से निस्तारण करा लिया जाए।
यह भी दिए निर्देश
- मार्निंग पार्टी गठित कर सुबह प्रभावी चेकिंग कराई जाए और किसी संवेदनशील क्षेत्र अथवा उसके आसपास कोई आपत्तिजनक बैनर, पोस्टर अथवा वस्तु मिलने पर समय रहते कार्रवाई की जाए।
- अपराधियों व साम्प्रदायिक तत्वों की विशेष निगरानी की जाए।
- सभी संवेदनशील क्षेत्रों में एंटी सेबोटाज चेकिंग के अलावा क्यूआरटी लगाई जाए।
- सभी प्रमुख स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगवाने के साथ ही वीडियोग्राफी की टीमों का गठन कराया जाए।
- संवेदनशील स्थानों पर 112 के वाहनों को भी लगाया जाए।
बता दे कि ईद-उल-अजहा के चांद का मंगलवार को दीदार नहीं हो सका। ऐसे में मरकजी चांद कमेटियों के मौलानाओं ने एक अगस्त को बकरीद मनाए जाने का एलान किया है। ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने बताया कि ईद-उल-अजहा का चांद नहीं दिखा। अब एक अगस्त को बकरीद मनाई जाएगी। काजी-ए-शहर मौलाना मुफ्ती इरफान मियां फरंगी महली ने भी चांद न दिखने की बात कही। मौलानाओं ने कोरोना संक्रमण के चलते सभी से घर में ही नमाज अदा करने की अपील की है।