UP Monsoon Session: महामारी काल में तीन दिन सत्र चलाने वाली पहली विधानसभा : दीक्षित
UP Monsoon Session कुल चार घंटे तीस मिनट चला सदन रिकार्ड 27 विधेयक किए पारित। सभी विधायकों व सचिवालय कर्मियों का कराया गया कोराना टेस्ट।
लखनऊ, जेएनएन। वैश्विक महामारी कोरोना के दौर में तीन दिन सत्र चलाने की चुनौती स्वीकारने वाली देश की पहली विधानसभा उत्तर प्रदेश की रही। इस दौरान कोरोना के प्रति सावधानी बरतते हुए सभी विधायकों, सचिवालय कर्मियों व अधिकारियों का कोरोना टेस्ट कराया गया, जबकि संक्रमण बचाव के नियमों का सख्ती से पालन कराने के लिए विधायकों को दर्शक दीर्घा में भी बैठना पड़ा। शनिवार को अनिश्चितकाल के लिए सदन स्थगित होने के बाद विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने बताया कि इस अल्पकालिक सत्र में दो दिन मौजूदा पांच सदस्यों के निधन पर कार्यवाही स्थगित करने की पीड़ा सभी को रही।
उन्होंने सत्ता व विपक्ष के सदस्यों का आभार व्यक्त करते हुए बताया कि इस अवधि में रिकार्ड 27 विधेयक भी पारित किए गए और विधायी कार्यों में भी कोई कोताही नहीं बरती गयी। इस सत्र के लिए मिले 3225 प्रश्नों को उत्तरित मान लिया गया। उन्होंने बताया कि नियम-56 के तहत कार्यस्थगन के कुल 18 प्रस्ताव प्राप्त हुए, जिनमें से दस को सरकार के ध्यानाकर्षण को भेज दिया है। इसके अलावा नियम-301 में विधायकों की ओर से मिले सभी 92 प्रस्तावों को स्वीकार कर लिया गया। क्षेत्र की समस्याओं को लेकर लगाई गईं सभी 138 याचिकाओं को स्वीकृत किया गया, जबकि सरकार के ध्यानाकर्षण के लिए नियम-51 में मिले 102 पत्रों पर कार्रवाई करने के लिए भी कहा गया है।
तीन दिन में साढ़े चार घंटे चला सदन
मानसून सत्र में कोरोना के कहर से कामकाज प्रभावित रहा। कुल तीन दिन चले सत्र में मात्र चार घंटे 30 मिनट ही कार्यवाही चली। इस दौरान विपक्ष के हंगामे के कारण करीब 25 मिनट सदन स्थगित भी रहा। यानि हंगामे की अवधि को हटाकर कुल चार घंटे पांच मिनट चले सदन में पहले दो दिन शोक संवेदनाएं व्यक्त की गईं।
वर्चुअल शामिल हुए 33 सदस्य
60 वर्ष से अधिक आयु वाले व अस्वस्थ सदस्यों को सदन की कार्यवाही में वर्चुअल तरीके से भाग लेने की सुविधा प्रदान करने वाली यह पहली विधानसभा थी। प्रमुख सचिव प्रदीप दुबे ने बताया कि कुल 33 सदस्यों ने सदन की कार्यवाही में वर्चुअल भागीदारी की।