उत्तर प्रदेश सुन्नी वक्फ बोर्ड के आठ पदों में से दो पर ही चुनाव की उम्मीद, बाकी चुने जाएंगे निर्विरोध
11 सदस्यीय यूपी सुन्नी वक्फ बोर्ड में सदस्यों के आठ पदों पर चुनाव होता है। तीन सदस्य प्रदेश सरकार नामित करती है। जिन पर चुनाव होते हैं उनमें सुन्नी समुदाय के दो संसद सदस्य दो विधान मंडल सदस्य राज्य बार कौंसिल के दो सदस्य व दो मुतवल्ली शामिल हैं।
लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड के आठ पदों में से केवल दो पर ही चुनाव की उम्मीद है। यह पद मुतवल्ली कोटे के हैं। सांसद और विधायक कोटे के चार पदों पर निर्विरोध निर्वाचन हो सकता है। बार कौंसिल सदस्यों के दो पदों पर तो निर्विरोध निर्वाचन इसलिए तय है, क्योंकि बार कौंसिल सदस्यों में केवल दो ही सुन्नी मुस्लिम हैं। सुन्नी वक्फ बोर्ड के चुनाव के लिए नामांकन पत्र चार मार्च को भरे जाएंगे। छह मार्च को मतदान होगा।
11 सदस्यीय उत्तर प्रदेश सुन्नी वक्फ बोर्ड में सदस्यों के आठ पदों पर चुनाव होता है। तीन सदस्य प्रदेश सरकार नामित करती है। जिन आठ पदों पर चुनाव होते हैं, उनमें सुन्नी समुदाय के दो संसद सदस्य, सुन्नी समुदाय के दो विधान मंडल सदस्य, राज्य बार कौंसिल के दो सदस्य व एक लाख रुपये प्रतिवर्ष की आय वाले वक्फ के दो मुतवल्ली शामिल हैं।
उत्तर प्रदेश में सुन्नी मुस्लिमों में लोकसभा व राज्यसभा सदस्यों की संख्या सात है। इनमें छह लोकसभा सदस्य व एक राज्यसभा सदस्य हैं। सांसदों में हाजी फजलुर्रहमान सहारनपुर, कुंवर दानिश अली अमरोहा, एसटी हसन मुरादाबाद, शफीकुर्रहमान बर्क संभल, मो.आजम खां रामपुर व अफजाल अंसारी मऊ के अलावा राज्यसभा सदस्य सैयद जफरुल इस्लाम शामिल हैं। सांसद कोटे के दो पदों पर चुनाव के बजाय आपसी सहमति से सदस्य बनने की ज्यादा उम्मीद है।
उत्तर प्रदेश में 31 सुन्नी मुस्लिम विधायक हैं। इनमें 24 विधानसभा सदस्य व सात विधान परिषद सदस्य हैं। इनमें अबरार अहमद, असलम अली, आलम बदी, इकबाल महमूद, हाजी इकराम कुरैशी, हाजी इरफान सोलंकी, तसलीम अहमद, नफीस अहमद, नवाब जान, नसीर अहमद खां, नाहिद हसन, मसूद अख्तर, महबूब अली, मुख्तार अंसारी, मो.रिजवान, मो.फहीम, यासर शाह, रफीक अंसारी, शाह आलम गुड्डू जमाली, सुहेल अख्तर अंसारी, नईमुल हसन, डा.तजीन फात्मा, मो.मुजतबा सिद्दीकी, मो.असलम राईनी, अहमद हसन, परवेज अली, मिस्बाहुद्दीन, मो.इमलाक खां, महफूजुर्रहमान उर्फ महफूज खां, जाहिर हसन (वसीम बरेलवी) व महमूद अली हैं। विधायक कोटे के दो सदस्यों में भी आपसी सहमति से निर्वाचन होने की उम्मीद है। इससे पहले भी सुन्नी वक्फ बोर्ड के चुनाव में सांसद व विधायक कोटे के पदों पर आपसी सहमति से निर्वाचन होते रहे हैं।
इसी प्रकार उत्तर प्रदेश बार कौंसिल में सुन्नी मुस्लिम सदस्य दो ही हैं। इनमें इमरान माबूद खां व अब्दुल रज्जाक खां शामिल हैं। एक बार फिर यह दोनों ही निर्विरोध सदस्य चुने जाएंगे। ऐसे में मुतवल्ली कोटे के दो सदस्यों का ही चुनाव होगा। इसमें करीब 600 मतदाता हैं।