UP Panchayat Election 2021: 15 जिलों में पुनर्मतदान शांतिपूर्ण संपन्न, अब दो मई को होगी मतगणना
UP Panchayat Election 2021 त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में शनिवार को 15 जिलों में पुनर्मतदान शांतिपूर्ण संपन्न हुआ। तीसरे व चौथे चरण में जिन स्थानों पर मतदान के दौरान गड़बड़ी होने की प्रेक्षकों द्वारा रिपोर्ट दी गई उन स्थानों पर पुनर्मतदान कराया गया है।
लखनऊ, जेएनएन। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में शनिवार को 15 जिलों में पुनर्मतदान शांतिपूर्ण संपन्न हुआ। रविवार को वोटों की गिनती होगी इसलिए मत पेटियां मतगणना केंद्रों पर देर शाम पहुंचा दी गईं। सुप्रीम कोर्ट से हरी झंडी मिलने के बाद त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में वोटों की गिनती रविवार को 829 केंद्रों पर होगी। जिला, क्षेत्र व ग्राम पंचायत सदस्यों के अलावा ग्राम प्रधान पदों के 12,89,830 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा। मतगणना केंद्रों पर कड़े सुरक्षा प्रबंधों के अलावा कोराना संक्रमण से बचाव के लिए भी व्यापक बंदोबस्त किए गए है।
राज्य निर्वाचन आयोग से प्राप्त जानकारी के अनुसार फतेहपुर में 59.6 प्रतिशत, जालौन में 60 फीसद, बाराबंकी में 69.57, अमेठी में 79.3, मेरठ में 65, चंदौली में 44.48, मुरादाबाद में 63, फीरोजाबाद में 69.9, बलिया में 54.71, कुशीनगर में 55, अलीगढ़ में 73, मथुरा में 59.51, सीतापुर में 80.10, बस्ती में 61.11 तथा मऊ में 71.29 प्रतिशत मतदान हुआ। उल्लेखनीय है कि तीसरे व चौथे चरण में जिन स्थानों पर मतदान के दौरान गड़बड़ी होने की प्रेक्षकों द्वारा रिपोर्ट दी गई, उन स्थानों पर पुनर्मतदान कराया गया है।
राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार ने बताया कि चार चरणों में मतपत्रों के जरिए मतदान प्रक्रिया पूरी कराई गई थी। वोटिंग मतपत्रों के जरिए होने के कारण गिनती से पूर्व बैलेट पेपरों की छंटनी व बंडल बनाने की प्रक्रिया होगी। इसके बाद ही वोटों की गिनती शुरू हो पाएगी। प्रत्येक मतगणना केंद्र पर मेडिकल हेल्थ डेस्क स्थापित की गई है जिसमें चिकित्सकों के अलावा जरूरी दवाएं भी उपलब्ध होंगी। मतगणना केंद्र में प्रवेश से पूर्व आक्सीमीटर व थर्मामीटर से टेस्ट कराना अनिवार्य है। मास्क लगाना और सुरक्षित शारीरिक दूरी बनाकर रखनी होगी। जुकाम, बुखार व खांसी के लक्षण मिलने पर ऐसे व्यक्ति को मतगणना केंद्र से बाहर कर दिया जाएगा।
जुलूस निकाला तो होगी एफआईआर : आयुक्त मनोज कुमार ने कहा कि मतगणना स्थलों पर भीड़ नहीं जुटने दी जाएगी। सभी उम्मीदवारों को विजय जुलूस नहीं निकालने की सख्त हिदायत दी गयी है। इसके बाद भी जुलूस निकाला तो संबंधित व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी।