Ayodhya Case Verdict : हाई अलर्ट पर UP, CM योगी की लोगों से अपील- फैसले को जीत-हार से जोड़कर न देखें
राम मंदिर पर शनिवार को सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने से पहले शुक्रवार रात ही यूपी हाई अलर्ट मोड पर आ गया। प्रदेश में धारा 144 लागू की गई है। अलीगढ़ में इंटरनेट बंद कर दिया गया है।
लखनऊ, जेएनएन। राम मंदिर पर शनिवार को सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने से पहले शुक्रवार रात ही यूपी हाई अलर्ट मोड पर आ गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देर रात वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर शांति-व्यवस्था को बनाए रखने के कड़े निर्देश दिए हैं। कहीं भी भीड़ इकट्ठा न हो इसके लिए पूरे प्रदेश में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। यूपी पुलिस सेना व एयर फोर्स के वरिष्ठ अधिकारियों के भी संपर्क में है। सरकार ने सभी डीएम को परिस्थितियों के अनुरूप अपने-अपने जिले में आवश्यक कड़े कदम उठाने के निर्देश भी दिये हैं। इस कड़ी में अलीगढ़ डीएम ने जिले में शुक्रवार रात 12 बजे से इंटरनेट सेवाएं बंद करने का निर्देश दिया है। अयोध्या की ओर जाने वाली बसों व अन्य बड़े वाहनों को भी रोक दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से अपील की है कि अयोध्या प्रकरण में सुप्रीम कोर्ट के फैसले को जीत-हार से जोड़कर न देखा जाये। योगी ने कहा है कि यह हम सभी की जिम्मेदारी है कि उत्तर प्रदेश में शांतिपूर्ण व सौहार्दपूर्ण वातावरण को बनाये रखें। योगी ने अपील की है कि लोग अफवाहों पर कतई ध्यान न दें। प्रशासन सभी की सुरक्षा व प्रदेश में कानून-व्यवस्था को बनाये रखने के लिए कटिबद्ध है। यदि कोई व्यक्ति कानून-व्यवस्था के साथ खिलवाड़ करेगा, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
डीजीपी ओपी सिंह का कहना है कि प्रदेश में चप्पे-चप्पे पर कड़ी सुरक्षा-व्यवस्था है। गड़बड़ी करने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जायेगी। अराजकतत्वों से पूरी सख्ती से निपटने के निर्देश दिए गए हैं। पुलिस के अलावा आइबी व अन्य सुरक्षा एजेंसियां भी सतर्क हो गई हैं। इस बीच डीजी जेल आनंद कुमार ने सभी जेलों में पूरी सतर्कता बरतने के साथ ही जेल अधिकारियों को हर समय जिला प्रशासन के संपर्क में रहने के निर्देश दिए हैं।
सुप्रीम कोर्ट में शनिवार सुबह फैसला सुनाये जाने की खबर आते ही रात करीब 9:30 बजे मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ अधिकारियों को तलब कर लिया था। अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने सभी सुरक्षा बंदोबस्त की समीक्षा की। शांति-व्यवस्था कायम रखने के कड़े निर्देश दिये। डीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक व भड़काऊ पोस्ट करने वाले करीब 500 लोगों को पिछले एक माह में गिरफ्तार किया गया है। सोशल मीडिया पर बेहद सतर्क नजर रखी जा रही है। पुलिस ने करीब 10 हजार ऐसे अराजकतत्वों को पाबंद किया है, जिनके खिलाफ मुकदमें दर्ज हैं।
सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक संदेश चलाने वाले करीब 1600 व्यक्ति पुलिस के रडार पर हैं। इनमें 600 ऐसे लोग भी हैं, जिनसे लिखित में लिया गया है कि वे कोई आपत्तिजनक अथवा भड़काऊ पोस्ट नहीं करेंगे। अयोध्या समेत सभी स्थानों पर पर्याप्त संख्या में पुलिस, पीएसी व अद्र्धसैनिक बल के जवानों को तैनात किया गया है। सभी जिलों में वरिष्ठ अधिकारी फुट पेट्रोलिंग कर लगातार लोगों से संपर्क भी कर रहे हैं और सभी से शांति-व्यवस्था बनाये रखने की अपील की जा रही है। पुलिस अधिकारियों ने करीब 5500 धर्म गुरुओं से भेंट कर शांति व्यवस्था पर बात की है।
बीते दिनों ही पुलिसकर्मियों की छुट्टियां 15 दिसंबर तक के लिए रद कर दी गई थीं। अयोध्या में कैंप कर रहे एडीजी अभियोजन आशुतोष पांडेय ने बताया कि पिछले अयोध्या व आसपास के जिलों में सुरक्षा बेहद कड़ी है। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए होल्डिंग एरिया भी बनाये गये हैं। अयोध्या में अद्र्धसैनिक बल, पीएसी व पुलिस के अलावा अतिरिक्त 11 एएसपी, 20 सीओ, 150 निरीक्षक, 250 उपनिरीक्षक, 1200 सिपाही व 1500 होमगार्ड भी तैनात किये गये हैं। सरकार के लिए यह राहत की बात भी है कि शनिवार को कई प्रमुख निजी संस्थान बंद रहेंगे। शनिवार व रविवार को अवकाश होने की वजह से सुरक्षा-व्यवस्था की चुनौती से निपटने में आसानी होगी।