यूपी मेट्रो ने रचा इतिहास, देश में पहली बार कानपुर में मेट्रो के लिए लगा डबल टी गर्डर
आइआइटी कानपुर मेट्रो स्टेशन पर पहले डबल टी गर्डर के साथ यूपी मेट्रो ने रचा इतिहास देश में किसी भी मेट्रो प्रोजेक्ट में पहली बार हुआ इस्तेमाल।
लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कारपोरेशन (यूपीएमआरसी) एक और उपलब्धि दर्ज करायी है। शुक्रवार मध्यरात्रि कानपुर मेट्रो परियोजना के मेट्रो कॉरिडोर के पहले प्री कास्टेड डबल टी गर्डर को लगाया है। देश में किसी भी मेट्रो प्रोजेक्ट में पहली बार डबल टी गर्डर को लगाया गया है। यह डबल टी गर्डर आइआइटी कानपुर मेट्रो स्टेशन पर लगाया गया है।
इससे पहले कभी भी मेट्रो स्टेशन के कॉनकोर्स, प्लेटफार्म, स्टेशन के दूसरे तल के आधार के लिए डबल टी गर्डर का इस्तेमाल नहीं हुआ है। इससे समय की बचत और अच्छी फिनिशिंग भी होगी। यूपीएमआरसी के एमडी कुमार केशव ने बताया कि सिविल इंजीनियरिंग में यूपीएमआरसी नए प्रयोग करता है। जिससे निर्माण कार्य को गति मिलती है और परियोजना की ढांचागत सुंदरता भी बढ़ती है। मेट्रो के ढांचे में कई तरह के गर्डर इस्तेमाल होते हैंए जिनका काम मुख्यरूप से आधारशिला तैयार करना होता है। ढांचे की ज़रूरत के हिसाब से अलग-अलग गर्डर तैयार किए जाते हैं। गर्डर का आकार जिस तरह का होता है उसके अनुरूप ही उसका नाम रखा जाता है। टीगर्डर अंग्रेजी के टी अक्षर के आकार का होता है।
सभी तरह के गर्डर को कास्टिंग यार्ड में पहले ही तैयार कर उसे क्रेन की सहायता से कॉरिडोर में निर्धारित स्थान पर रख दिया जाता है। कानपुर मेट्रो परियोजना में टीगर्डर, यू गर्डर और आइ गर्डर का इस्तेमाल हो रहा है। आमतौर पर मेट्रो स्टेशनों के कॉनकोर्स का आधार तैयार करने के लिए सिंगल टी गर्डर का इस्तेमाल होता है। कानपुर मेट्रो में एलिवेटेड मेट्रो स्टेशनों के कॉनकोर्स फ्लोर की स्लैब तैयार करने के लिए डबल टी गर्डर का इस्तेमाल किया जा रहा है।