उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा- फसल बीमा से कम होगा किसानों का जोखिम
कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बताया कि ये रथ प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत किसान जागरूकता रथ एक माह तक संपर्क संवाद के जरिए किसानों को लगातार जागरूक करेंगे।
लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के कृषि, कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि किसानों की आय दोगुनी करने के लिए लागत में कमी लाने की जरूरत है तो प्राकृतिक आपदा से नुकसान का जोखिम खत्म करने के लिए फसल बीमा भी जरूरी है। कृषि मंत्री शाही ने सोमवार को लखनऊ में कालिदास मार्ग स्थित अपने आवास से किसान जागरूकता रथों को झंडी दिखाकर रवाना किया।
कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बताया कि ये रथ प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत वाराणसी, भदोही, गाजीपुर, चंदौली, जौनपुर, मीरजापुर, सोनभद्र व ललितपुर में एक माह तक संपर्क संवाद के जरिए किसानों को लगातार जागरूक करेंगे। शाही ने बताया कि प्रदेश में किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ दिये जाने के लिए टेंडर के जरिए न्यूनतम दर दाता चार कंपनियों में से एचडीएफसी एर्गो द्वारा जागरूकता रथ भेजे जा रहे हैं। ये रथ किसानों को योजना की शर्तों व लाभ के बारे में बताकर उन्हें बीमा कराने को प्रेरित करेंगे। उन्होंने बताया कि किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से ऋण लेने वाले किसान यदि बीमा नहीं कराना चाहते तो उन्हें 31 जुलाई तक अपने ऋणदाता बैंक को इस आशय का प्रार्थना पत्र देना होगा।
कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने ने बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में किसानों से खरीफ की फसल में प्रीमियम धनराशि का दो प्रतिशत तथा रबी फसल में 1.5 फीसद जमा कराया जाता है। उन्होंने बताया कि पहले किसान क्रेडिट कार्ड से ऋण लेने वाले प्रत्येक किसान के लिए फसल बीमा अनिवार्य था, लेकिन इस बार भारत सरकार द्वारा इसे स्वैच्छिक कर दिया गया है। ऋणी किसान बीमा नहीं कराना चाहता है तो उसे लिखित सूचना देनी होगी और उससे प्रीमियम नहीं काटा जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में बुंदेलखंड के करीब छह लाख किसानों को 750 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है। इस अवसर पर कृषि राज्य मंत्री लाखन सिंह राजपूत, निदेशक सोराज सिंह व सांख्यिकी निदेशक विनोद सिंह भी उपस्थित थे।