Move to Jagran APP

यूपीटीइटी 2021: लखनऊ में बनाए गए 99 केंद्र, 81 हज़ार परीक्षार्थी होंगे शामिल

परीक्षा केंद्र के अंदर मोबाइल फोन और अन्य इलेक्ट्रानिक उपकरण पूरी तरह प्रतिबंधित रहेंगे। प्रश्न पत्र और ओएमआर पत्रक मंडल खोले जाने के समय उपस्थित अधिकारी पर्यवेक्षक केंद्र व्यवस्थापक के पास किसी प्रकार का इलेक्ट्रानिक उपकरण कैमरा नहीं होना चाहिए।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Sun, 23 Jan 2022 08:46 AM (IST)Updated: Sun, 23 Jan 2022 08:46 AM (IST)
यूपीटीइटी 2021: लखनऊ में बनाए गए 99 केंद्र, 81 हज़ार परीक्षार्थी होंगे शामिल
परिवहन निगम की बस में परीक्षार्थी कर सकेंगे निश्शुल्क यात्रा।

लखनऊ, जागरण संवाददाता। लखनऊ उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा 2021 (यूपीटीइटी) दस बजे से शुरू हो रही है। परीक्षा दो पालियों में आयोजित की जाएगी। पहली पाली सुबह दस से दोपहर 12:30 बजे। वहीं दूसरी पाली 2:30 से पांच बजे तक। लखनऊ में शिक्षक पात्रता परीक्षा के लिए 99 केंद्रों पर करीब 80 हज़ार 204 परीक्षार्थी शामिल होंगे। पहली पाली में 99 केंद्रों पर 47349 और दूसरी पाली में 72 केंद्रों पर 33255 परीक्षार्थी शामिल हाेंगे।

loksabha election banner

परीक्षा केंद्रों में राजकीय जुबली इंटर कॉलेज, केकेसी, अमीरुद्दौला समेत लगभग सभी राजकीय व एडेड कालेज शामिल है। परीक्षा को लेकर अधिकारियों का दावा है कि सभी आवश्यक निर्देश पहले ही दिये जा चुके हैं। सभी परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा की सभी गतिविधियों की निगरानी के लिए लाइव सीसीटीवी सर्विलांस की व्यवस्था है, जिसे राज्य स्तर पर स्थापित नियंत्रण नियंत्रण कक्ष से लगातार मानिटरिंग की जाएगी। नियंत्रण कक्ष से दी गई सूचनाओं पर कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए गए हैं।

परीक्षा केंद्र के अंदर मोबाइल फोन और अन्य इलेक्ट्रानिक उपकरण पूरी तरह प्रतिबंधित रहेंगे। प्रश्न पत्र और ओएमआर पत्रक मंडल खोले जाने के समय उपस्थित अधिकारी पर्यवेक्षक केंद्र व्यवस्थापक के पास किसी प्रकार का इलेक्ट्रानिक उपकरण कैमरा नहीं रहना चाहिए। परीक्षा को नकल विहीन कराए जाने के लिए सुरक्षा व्यवस्था आदि के लिए उचित पुलिस बल की ड्यूटी लगाई गई है। सोशल मीडिया के माध्यम से भ्रामक सूचना प्रसारित करने अथवा नकल का प्रयास करने वालों के विरुद्ध साइबर अपराध नियंत्रण कानून के तहत प्रावधानों के अनुसार कठोर का एक कार्रवाई की जाएगी।

यूपीटीईटी को लेकर अधिकारियों की ओर से दावे भले ही तमाम किए गए हों लेकिन परीक्षा को लेकर अधिकारियों की जान तब तक सांसत में रहेगी जब तक परीक्षा सकुशल पूरी नहीं हो जाती, क्योंकि 28 नवंबर को इसी यूपीटीईटी परीक्षा का पेपर लीक होने के दौरान विभाग व अधिकारियों को शर्मसार होना पड़ा था। ऐसे मे साफ है कि परीक्षा को लेकर अधिकारी आज किसी तरह का रिस्क लेने के मूड में नहीं हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.