नहीं बढ़ेगा Lucknow मेट्रो का किराया, विज्ञापन से करोड़ों कमाएगी यूपीएमआरसी
यूपीएमआरसी 23 किमी. कॉरीडोर में सभी 21 मेट्रो स्टेशन का होगा अनुबंध। चौधरी चरण सिंह मेट्रो स्टेशन का निजी कंपनी के नामकरण पर सहमति।
लखनऊ, जेएनएन। यात्रियों की संख्या बढ़ाने के प्रयास में जुटी मेट्रो रेल का किराया फिलहाल नहीं बढ़ेगा। आर्थिक स्थिति सुदृढ़ करने के लिए विज्ञापन से करोड़ों रुपये कमाने का रास्ता निकाला गया है। इसके लिए कोई भी निजी कंपनी, सराफा कारोबारी मेट्रो स्टेशन का नामकरण अपने नाम से करा सकेंगे। एक निजी विज्ञापन कंपनी ने अमौसी और चौधरी चरण सिंह मेट्रो स्टेशन पर सहमति जता दी है। इसी तरह नार्थ-साउथ कॉरीडोर के 21 स्टेशनों को भी विज्ञापन के लिए सौंपने की तैयारी में उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (यूपीएमआरसी) है। मेट्रो का तर्क है कि नए फैसले से कुछ नहीं बदलेगा। स्टेशन के मौजूदा नाम के आगे सिर्फ संबंधित फर्म का नाम जोड़ा जाएगा।
लखनऊ मेट्रो ने राजस्व बढ़ाने के लिए अपनी वाणिज्य टीम को मैदान में उतारा है। उद्देश्य है कि वर्ष 2020 के अंदर ही वाणिज्य गतिविधियों को बढ़ाया जा सके। वर्तमान में लखनऊ मेट्रो प्रॉपर्टी डेवलेपमेंट एरिया, यात्री किराया व विज्ञापन से अभी कमाई हो रही है। मेट्रो का उद्देश्य है कि जनवरी 2021 से पहले आर्थिक स्थिति को बेहतर किया जा सके, जिससे यूरोपियन बैंक इंवेस्टमेंट बैंक की किस्तें आसानी से चुकाई जा सके। यूपीएमआरसी के प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने बताया कि मेट्रो अपने स्टेशनों के नाम में कोई परिवर्तन नहीं करेगा। सिर्फ संबंधित कंपनी या प्रतिष्ठित फर्म जो मेट्रो के मानकों को पूरा करती है, उसका नाम स्टेशन के नाम के आगे लगाएगा। दिल्ली मेट्रो में कुछ इस तरह का प्रयोग आर्थिक स्थिति को बेहतर करने में मददगार बना था।