Move to Jagran APP

यूपी व्यापारी कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष रविकांत गर्ग बोले- जीएसटी लागू होने से रुका कारोबारियों का शोषण

यूपी व्यापारी कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष रविकांत गर्ग ने कहा कि जीएसटी (गुड्स एंड सर्विस टैक्स) कर नहीं देश के विकास की राह है। व्यापारी की इसमें बड़ी भागीदारी है। पहले भी करीब 17 तरह के टैक्स लगते थे। अब व्यापारियों का शोषण रुका है।

By Dharmendra MishraEdited By: Published: Sat, 25 Dec 2021 10:25 AM (IST)Updated: Sat, 25 Dec 2021 02:17 PM (IST)
यूपी व्यापारी कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष रविकांत गर्ग बोले- जीएसटी लागू होने से रुका कारोबारियों का शोषण
व्यापारियों की जीएसटी से आसान हुई राह। व्यापारी कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष ने कहा व्यापारियों का शोषण रुका।

लखनऊ, जासं।  यूपी व्यापारी कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष रविकांत गर्ग ने कहा कि जीएसटी (गुड्स एंड सर्विस टैक्स) कर नहीं, देश के विकास की राह है। व्यापारी की इसमें बड़ी भागीदारी है। वह देश की प्रगति का बड़ा आधार है। पहले भी करीब 17 तरह के टैक्स लगते थे। इसे सरल करते हुए एक कर की स्थापना की गई है। इसके पीछे सरकार की मंशा है कि पारदर्शिता का वातावरण बना रहे और व्यापारी का शोषण किसी भी तरह से न हो सके।

loksabha election banner

यही वजह है कि सबकुछ आनलाइन है और बिना जीएसटी दफ्तर जाए व्यापारी अपना सारा काम कर सकते हैं। वे शुक्रवार को गन्ना संस्थान स्थित जीएसटी पंजीयन जागरूकता मेगा सेमिनार में बोल रहे थे। पंजीयन बढ़ाए जाने के लक्ष्य पर उन्होंने अधिकारियों को रास्ते सुझाये। कहा कि इसे थोपने के बजाय व्यापारियों को समझाएं, कस्बों, तहसीलों, हाइवे के बाजारों और रेस्तरा में जाएं और उन्हें इसका फायदा बताते हुए जीएसटी प्रणाली से जोडे़। उदाहरण समझाते हुए उन्होंने कहा कि छोटे-छोटे रेस्तरा और हाइवे पर चार पांच लोगों के भोजन का बिल चार सौ रुपये से लेकर एक हजार तक आ जाता है क्या वे टैक्स देते हैं शायद नहीं। उन्हें सम्मिलित करें। समझाएं करदाता बनने में हिचकिचाहट कैसी? बोर्ड अध्यक्ष ने एडिशनल कमिश्नर भूपेंद्र शुक्ला एवं ज्वाइंट कमिश्नर अजय वर्मा को आयोजन के लिए बधाई दी।

खत्म हुआ व्यापारियों के बीच से भय का माहौलः व्यापारी कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष मनीष गुप्ता ने कहा कि पहली बार व्यापारियों के बीच भय का माहौल खत्म हुआ है। अधिकारियों और व्यापारियों के बीच सामंजस्य स्थापित हो रहा है। इसे और मजबूत किया जाए। उन्होंने कहा कि बडे़ बाजार संतृप्त हो चुके हैं। ऐसे में पंजीयन लक्ष्य पाने के लिए अब अधिकारियों को नवविकसित क्षेत्रों की ओर बढ़ना होगा। कस्बों के बाजारों को पकड़ना होगा। रास्ता खुद ब खुद सामने आ जाएगा। उपाध्यक्ष ने सरकार की योजनाओं का जिक्र किया। सहायक कमिश्नन जीशान अफजल ने पंजीयन के लाभ और प्रदीप पटेल ने आवेदन के समय बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में विस्तार से बताया गया।

मंच पर व्यापारी नेता भारतीय उद्याेग व्यापार मंडल के प्रदेश वरिष्ठ महामंत्री ज्ञानेश मिश्र, रवींद्र त्रिपाठी, जवाहर प्रसाद कसौंधन, महेश पुरी के अलावा कार्यक्रम की अध्यक्षता एडिशनल कमिश्नर डा. भारती योगेश, आयोजक एडिशनल कमिश्नर भूपेंद्र शुक्ला, ज्वाइंट कमिश्नर अजय वर्मा, अखिलेश सिंह, राजेश कुमार मौर्या, डिप्टी कमिश्नर कृपाल अग्निहोत्री समेत कई प्रमुख लोग मौजूद रहे। इस मौके पर व्यापारी नेता आसिम मार्शल, अवनीत कौर, मोहनीश त्रिवेदी, रज्जन खान, रूप यादव, शिवम पांडेय आजमी आदि कारोबारी मौजूद रहे। कर्मचारी नेता जयप्रकाश मौर्या ने कर्मचारियों की मांगों का एक ज्ञापन अध्यक्ष को दिया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.