यूपी STF ने बाराबंकी में एक लाख के इनामी बदमाश टिंकू कपाला को मुठभेड़ में मार गिराया
Encounter in Barabanki यूपी एसटीएफ ने एक लाख के इनामी शातिर बदमाश टिंकू कपाला उर्फ कमल किशोर को बाराबंकी के सदर थाना क्षेत्र में एनकाउंटर में मार गिराया।
लखनऊ, जेएनएन। कानपुर के कुख्यात विकास दुबे के बाद यूपी एसटीएफ ने एक और शातिर अपराधी टिंकू कपाला उर्फ कमल किशोर को शुक्रवार देर रात बाराबंकी जिले के सदर थाना क्षेत्र में एनकाउंटर में ढेर कर दिया। टिंकू कपाला पर डकैती जानलेवा हमला, आर्म्स एक्ट, साजिश रचने समेत 22 मुकदमे लखनऊ समेत अलग-अलग जिलों में दर्ज हैं। लखनऊ के कृष्णानगर में आरके ज्वेलर्स के यहां टिंकू कपाला ने अपने साथियों संग मिलकर दो लोगों की हत्या कर डकैती डाली थी। इस घटना के बाद उस पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया था।
शातिर अपराधी टिंकू कपाला उर्फ कमल किशोर मूलरूप से लखनऊ के 417/1276 दिलराग बारादरी निवाजगंज, थाना चौक का रहना वाला था। उसने कई वारदात को अंजाम दिया था और पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ था। लखनऊ पुलिस लंबे समय से टिंकू कपाला की तलाश कर रही थी। अपराध की दुनिया में लगातार खुलते उसके हाथों के देख ही डीजीपी ने पिछले साल 22 जुलाई को उसके सिर पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। एसटीएफ के प्रभारी एसएसपी विशाल विक्रम सिंह के मुताबिक शुक्रवार देर रात में मुखबिर की सूचना पर बाइक से जा रहे दो संदिग्धों को रोका गया। इस पर बाइक सवार बदमाशों ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी।
बाराबंकी सतरिख रोड पर हुई मुठभेड़
पुलिस अधीक्षक बाराबंकी डॉ अरविंद चतुर्वेदी ने बताया कि टिंकू कपाला अपने एक साथी के साथ देर रात बाइक से बाराबंकी से सतरिख की ओर जा रहा था। सतरिख से करीब एक किलोमीटर पहले पेट्रोल पंप के पास पुलिस से मुठभेड़ हुई है, जिसमें टिंकू कपाला उर्फ कमल किशोर की गोली लगने से मौत हो गई है, जबकि उसका साथी भाग निकला। फरार बदमाश की तलाश की जा रही है। पुलिस ने एक अवैध असलहा और बाइक बरामद की है।
घर का बाहर ताला लगा करता रहा गुमराह
टिंकू कपाला चौक में करबला के पास एक किराए का कमरा लेकर रहता था। पुलिस को चकमा देने के लिए कमरे में बाहर से ताला लगाता था। कई बार पुलिस उसके घर के बाहर गई लेकिन दरवाजे पर ताला देखकर लौट आई। आर के ज्वेलर्स के यहां डकैती के बाद जब पुलिस ने छानबीन की तो पता चला कि टिंकू पुलिस को गुमराह करने के लिए ऐसा करता था।
घरवाले पहुंचाते थे खाना
टिंकू हर रोज मां के हाथ का बना खाना ही खाता था रात के समय उसकी मां या परिवार का कोई सदस्य टिफिन लेकर उसे खिड़की के रास्ते दे देता था लंबे समय तक टिंकू किराए के कमरे में ही रहा लेकिन पुलिस को भनक नहीं लगी। टिंकू ने शादी नहीं की थी। वह नाम और पता बदलकर अलग-अलग ठिकानों पर रहता था टिंकू ने कुछ साल पहले वृंदावन योजना सेक्टर 10 में और मोहनलालगंज में किराए का फ्लैट लिया था और लंबे समय तक वहीं छिपकर रहा था।
घटनाओं में आया था टिंकू का नाम
अक्टूबर 2014 में टिंकू कपाला ने साथियों संग मिलकर पुणे के हडब्सर स्थित लोनी गृह प्राइवेट लिमिटेड ज्वैलर्स के यहां एक करोड़ की लूट की थी। इसके बाद गोरेगांव पार्क में दिसंबर 2014 में पीएमजे जेम्स ज्वैलर्स के यहां पांच करोड़ की लूट की। वहीं जून 2015 में गुजरात के बड़ौदा में कल्याण ज्वैलर्स के यहां टिंकू कपाला ने अन्य साथियों के साथ मिलकर 60 लाख की लूट की थी। इस दौरान टिंकू कपाला उर्फ कमल किशोर श्रीवास्तव को गुजरात पुलिस ने गिरफ्तार भी किया था। यही नहीं नेपाल के धनगढ़ी में फरवरी व मार्च 2017 में दो किग्रा व एक किग्रा सोने की लूट में भी टिंकू का नाम सामने आया था।