Move to Jagran APP

साइबर अपराध रोकने के लिए यूपी पुलिस का बड़ा कदम, आज से हर थाने में लगेगी साइबर पाठशाला

Cyber crime in UP बढ़ते साइबर अपराध पर शिकंजा कसने को संसाधनों के साथ-साथ पुलिसकर्मियों के प्रशिक्षण पर भी विशेष जोर दिया जा रहा है। हर थाने में साइबर हेल्प डेस्क की स्थापना से पहले इंस्पेक्टर से लेकर सिपाही तक का विशेष प्रशिक्षण होगा। इनमें कंप्यूटर आपरेटर भी शामिल होंगे।

By Vikas MishraEdited By: Published: Wed, 15 Sep 2021 10:14 AM (IST)Updated: Wed, 15 Sep 2021 10:14 AM (IST)
साइबर अपराध रोकने के लिए यूपी पुलिस का बड़ा कदम, आज से हर थाने में लगेगी साइबर पाठशाला
15 से 30 सितंबर के मध्य जूम एप के जरिये साइबर प्रशिक्षण का आनलाइन कार्यक्रम संचालित होगा।

लखनऊ, राज्य ब्यूरो। बढ़ते साइबर अपराध पर शिकंजा कसने के लिए संसाधनों के साथ-साथ पुलिसकर्मियों के प्रशिक्षण पर भी विशेष जोर दिया जा रहा है। हर थाने में साइबर हेल्प डेस्क की स्थापना से पहले इंस्पेक्टर से लेकर सिपाही तक का विशेष प्रशिक्षण होगा। इनमें कंप्यूटर आपरेटर भी शामिल होंगे। प्रदेश में पहली बार एक साथ करीब 15 हजार पुलिसकर्मियों को साइबर अपराध की रोकथाम के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। सभी जिलों में बुधवार से इस विशेष कार्यक्रम की शुरुआत होगी और डीजीपी मुख्यालय स्तर से विशेषज्ञ आनलाइन प्रशिक्षण देंगे। हर जिले में वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी शामिल होंगे। हर जिले में एक राजपत्रित अधिकारी बतौर नोडल अधिकारी प्रशिक्षण कार्यक्रम के हर सत्र में हिस्सा लेंगे। 

loksabha election banner

एडीजी साइबर क्राइम रामकुमार ने बताया कि 15 से 30 सितंबर के मध्य जूम एप के जरिये साइबर प्रशिक्षण का आनलाइन कार्यक्रम संचालित होगा। हर थाने में नियुक्त कंप्यूटर आपरेटर, महिला हेल्प डेस्क पर तैनात महिला आरक्षी, थाने के चार उपनिरीक्षक व चार आरक्षी के साथ-साथ रेंज साइबर थाने के सभी पुलिसकर्मी हिस्सा लेंगे। साइबर विशेषज्ञ आनलाइन आधारभूत साइबर प्रशिक्षण देंगे। साइबर अपराध के बदलते तरीकों व खासकर साइबर फ्राड के मामलों की जानकारी देंगे। इनकी रोकथाम के लिए उठाए जाने वाले कदमों से लेकर साइबर अपराध की विवेचना की बारीकियों की भी जानकारी दी जाएगी। इंटरनेट मीडिया व आइटी एक्ट के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।

उल्लेखनीय है कि बीते दिनों हर थाने में साइबर क्राइम डेस्क की स्थापना किए जाने की घोषणा की गई थी, जिसके तहत हर थाने में मौजूद पुलिसकर्मी साइबर अपराध के पीडि़तों की अपेक्षित सहायता व मार्गदर्शन करेंगे। कार्यवाही में मदद के साथ साइबर फ्राड के मामलों में ठगी गई रकम को बैंक में फ्रीज कराने की प्रक्रिया की जानकारी देंगे। आगरा जोन में तीन से 17 अगस्त के मध्य कराई गई पायलेट ट्रेङ्क्षनग की तर्ज पर अब पूरे प्रदेश में विस्तृत प्रशिक्षण की योजना बनाई गई है। आगरा की साइबर क्राइम सेल में लंबे समय से काम कर रहे आरक्षी विजय तोमर भी आनलाइन ट्रेनिंग के दौरान अपने अनुभवों को साझा करेंगे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.