UP Panchayat Chunav 2021: दस हजार संवेदनशील मतदान केंद्र होंगे बड़ी चुनौती, प्रशासन ने की ये तैयारी
UP Panchayat Chunav 2021 पंचायत चुनाव 80762 मतदान केंद्रों पर होगा। इसमें करीब 10 हजार मतदान केंद्र संवेदनशील की श्रेणी में हैं। इन केंद्रों व संवेदनशील जिलों में अतिरिक्त पुलिस बल के साथ पीएसी मुस्तैद किए जाने की रणनीति है।
लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। UP Panchayat Chunav 2021: होली का त्योहार बीतने के साथ ही पुलिस के सामने अब पंचायत चुनाव की चुनौती सबसे बड़ी है। एक मोर्चे से निपटने के बाद खाकी के सामने शांतिपूर्ण चुनाव की असली परीक्षा नजदीक आती जा रही है। यूपी करीब 10 हजार मतदान केंद्र संवेदनशील आंके गए हैं, जहां सुरक्षा-व्यवस्था के अतिरिक्त बंदोबस्त किए जाएंगे। आजमगढ़ में एक दिन पूर्व ही चुनावी रंजिश के चलते अनिल यादव की लाठी-डंडों से पीटकर हत्या कर दी गई। वारदात में ग्राम प्रधान समेत नौ आरोपितों के विरुद्ध एफआइआर दर्ज कराई गई है। लखनऊ के गुडंबा क्षेत्र में होली के दिन दो पक्षों के बीच टकराव हो गया। पूर्व प्रधान व प्रधान प्रत्याशी के पक्ष आमने-सामने आ गए और असलहे भी तन गए। चुनावी रंजिश व आपसी विवाद के मामले अब इसी तरह खुलकर सामने आ रहे हैं।
खासकर बीते दिनों दूसरे राज्यों में रोजगार व काम कर रहे युवा बड़ी संख्या में वापस अपने गांव लौटे हैं, जिसके बाद आपसी विवाद की शिकायतें भी बढ़ी हैं। पंचायत चुनाव की घोषणा के बाद आपसी रंजिश के मामले और गहराते जा रहे हैं। डीजीपी मुख्यालय स्तर से हर छोटे विवाद को भी पूरी गंभीरता से लेने और कार्रवाई करने के कड़े निर्देश दिए गए हैं, लेकिन जिलों में आपसी विवादों पर पूरी तरह से अंकुश लगाना पुलिस के लिए अग्निपरीक्षा से कम नहीं है।
पुलिस बल के साथ पीएसी मुस्तैद: पंचायत चुनाव 80,762 मतदान केंद्रों पर होगा। इसमें करीब 10 हजार मतदान केंद्र संवेदनशील की श्रेणी में हैं। इन केंद्रों व संवेदनशील जिलों में अतिरिक्त पुलिस बल के साथ पीएसी मुस्तैद किए जाने की रणनीति है। एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार का कहना है कि जिस जिले में चुनाव होगा, वहां पुलिस बल की तैनाती संबंधित जोन स्तर से ही की जाएगी। इसे लेकर विस्तृत कार्ययोजना बनाई जा रही है। डीजीपी मुख्यालय स्तर से पीएसी, होमगार्ड व पीआरडी जवानों की तैनाती का खाका तैयार कर लिया गया है। शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराने के लिए सभी जोन के अधिकारियों को हर स्तर पर मुस्तैदी बरते जाने के निर्देश दिए गए हैं। निरोधात्मक कार्रवाई का दायरा बढ़ाने के साथ ही अधिकारियों से संवेदनशील क्षेत्रों का खुद भ्रमण करने को कहा गया है।