UP Panchayat Chunav 2021: रायबरेली में नामांकन के दौरान असलहा लेकर पहुंचा DDC प्रत्याशी का समर्थक, पुलिस ने किया गिरफ्तार
UP Panchayat Chunav 2021 कलेक्ट्रेट और 18 ब्लॉकों में पंचायत चुनाव को लेकर रही गहमागहमी। डीडीसी मेंबर के 52 पदों के लिए कलेक्ट्रेट में पर्चा दाखिल ब्लॉकों में ग्राम प्रधान ग्राम पंचायत सदस्य और बीडीसी मेंबर के पदों का नामांकन।
रायबरेली, जेएनएन। UP Panchayat Chunav 2021: त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के नामांकन में दूसरे और अंतिम दिन कोई खास भीड़ तो नहीं दिखी, लेकिन गहमागहमी जरूरी रही। रविवार को शुरुआती दौर में इक्का-दुक्का प्रत्याशी ही पहुंचे थे। जैसे-जैसे सूरज चढ़ा, वैसे-वैसे दावेदारों की तादात भी बढ़ती गई। उधर, कलेक्ट्रेट में माहौल तब गर्म हो गया जब एक प्रत्याशी का समर्थक असलहा लेकर पहुंचा। पुलिस ने तत्काल उसे गिरफ्तार कर लिया।
डीडीसी मेंबर के 52 पदों के लिए कलेक्ट्रेट में पर्चा दाखिल हो रहे हैं। वहीं, ब्लॉकों में ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत सदस्य और बीडीसी मेंबर के पदों का नामांकन हो रहा है। शनिवार को इसका पहला दिन था, इस नाते भारी भीड़ उमड़ी थी। जबकि दूसरे दिन रविवार को दावेदारों की संख्या कुछ कम दिखी। समर्थकों का हुजूम लेकर पर्चा दाखिल करने पहुंचे जिला पंचायत सदस्य के एक प्रत्याशी का समर्थक असलहे लेकर आ गया था। नामांकन स्थल के पास पुलिस ने दो जगह बैरीकेडिंग लगा रखी है। इनमें से एक बैरीकेडिंग पार कर प्रत्याशी का समर्थक नामांकन स्थल के करीब तक पहुंच गया। मीडिया की नजर पड़ी तो उसे बाहर खदेड़ा गया। बाद में गिरफ्तारी भी हुई। सीओ सिटी महिपाल पाठक का कहना है कि आरोपित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
अव्यवस्थाओं से जूझते रहे प्रत्याशी और उनके प्रस्तावक: जिस तरह पहले दिन समर्थकों की भीड़ से खाकी को जूझना पड़ा, वैसे ही हालात दूसरे दिन भी थे। उधर, प्रशासनिक लापरवाही के चलते कुछ अव्यवस्थाएं भी रहीं। जिसे जहां से मन हुआ, वहीं से नामांकन स्थल तक घुसता चला आया। यही नहीं एक तरफ जहां तमाम लोगों को एडीएम न्यायालय में भीड़ होने की बात कहकर रोक दिया गया था, वहीं सत्ता दल के नेताओं के साथ आए प्रत्याशियों को बेधड़क जाने दिया गया। इस बात से भी लोगों में नाराजगी रही। हालांकि, किसी ने मुंह खोलने की जहमत नहीं उठाई।
वाहनों का काफिला लेकर आए दलों के प्रत्याशी: शासन-प्रशासन की तमाम हिदायतों के बाद भी प्रत्याशी जुलूस और समर्थकों की भीड़ से दूर नहीं रह सके। सबसे ज्यादा आदेशों की अवहेलना राजनैतिक दलों के दावेदारों की ओर से की गई। हाल यह था कि 10 से कम लग्जरी वाहन किसी भी प्रत्याशी के काफिले में नहीं थे। समर्थकों की संख्या भी 80 से अधिक ही नही। उधर, खाकी सिर्फ यहां तक सीमित दिखी कि भीड़ नामांकन स्थल तक न पहुंचने पाए।