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उत्तर प्रदेश विधान परिषद की 36 सीटों के लिए चुनाव की तारीखों का ऐलान, दो चरणों में होंगे इलेक्शन

UP MLC Election 2022 उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने शुक्रवार को विधान परिषद में स्थानीय प्राधिकारी क्षेत्र के 36 सदस्यों के चुनाव के लिए कार्यक्रम जारी कर दिया। चुनाव दो चरणों में होगा। सात मार्च को मतदान और मतगणना 12 मार्च को होगी।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Fri, 28 Jan 2022 10:34 PM (IST)Updated: Sat, 29 Jan 2022 07:43 AM (IST)
उत्तर प्रदेश विधान परिषद की 36 सीटों के लिए चुनाव की तारीखों का ऐलान, दो चरणों में होंगे इलेक्शन
यूपी विधान परिषद में स्थानीय प्राधिकारी क्षेत्र के 36 सदस्यों के चुनाव के लिए कार्यक्रम घोषित कर दिया गया है।

लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। उत्तर प्रदेश विधान परिषद में स्थानीय प्राधिकारी क्षेत्र के 36 सदस्यों के चुनाव के लिए कार्यक्रम घोषित कर दिया गया है। यह चुनाव दो चरणों में होगा। पहले चरण में 29 क्षेत्रों की 30 सीटों के चुनाव की अधिसूचना चार फरवरी को जारी होगी। मतदान तीन मार्च को होगा। दूसरे चरण की छह सीटों के लिए अधिसूचना 10 फरवरी को जारी होगी जबकि मतदान सात मार्च को होगा। मतगणना एक साथ 12 मार्च को होगी।

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मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने शुक्रवार को चुनाव कार्यक्रम जारी कर दिया। पहले चरण में नामांकन पत्र चार फरवरी से 11 फरवरी के बीच भरे जाएंगे। 14 फरवरी को नामांकन पत्रों की जांच होगी 16 को नाम वापस लिए जा सकते हैं। तीन मार्च को मतदान सुबह आठ से शाम चार बजे तक होगा। इसी प्रकार दूसरे चरण की अधिसूचना 10 फरवरी को जारी होगी। 17 फरवरी तक नामांकन पत्र भरे जाएंगे। 18 फरवरी को नामांकन पत्रों की जांच होगी। 21 को नाम वापस लिए जा सकते हैं। सात मार्च को मतदान होगा। दोनों चरणों की मतगणना एक साथ 12 मार्च को होगी। स्थानीय प्राधिकारी क्षेत्र की इन सीटों का मतदान विधान सभा चुनाव के छठे व सातवें चरण के मतदान वाले दिन ही हो रहा है।

सौ सीटों वाली विधान परिषद में स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्रों की 36 सीटें यहां राजनीतिक दलों का गणित बदल देती हैं। वर्ष 2016 के चुनाव में समाजवादी पार्टी की 31 सीटें आईं थीं। दो सीटों पर पर बसपा जीती थी। रायबरेली से कांग्रेस के दिनेश प्रताप सिंह जीते थे। बनारस से बृजेश कुमार सिंह व गाजीपुर से विशाल सिंह 'चंचल' चुने गए थे। दिनेश प्रताप सिंह बाद में भाजपा में शामिल हो गए। यह चुनाव इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि भाजपा इसमें अधिक से अधिक सीटें जीतकर विधान परिषद में बहुमत हासिल करना चाहेगी, जबकि सपा अपनी सीटें बचाने में जुटेगी।

इन 30 सीटों पर पहले चरण में होगा चुनाव : मुरादाबाद-बिजनौर, रामपुर-बरेली, बदायूं, पीलीभीत-शाहजहांपुर, हरदोई, खीरी, सीतापुर, लखनऊ-उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़, सुलतानपुर, बाराबंकी, बहराइच, आजमगढ़-मऊ, गाजीपुर, जौनपुर, वाराणसी, मीरजापुर-सोनभद्र, इलाहाबाद, बांदा-हमीरपुर, झांसी-जालौन-ललितपुर, कानपुर-फतेहपुर, इटावा-फर्रुखाबाद, आगरा-फिरोजाबाद, मथुरा-एटा-मैनपुरी, अलीगढ़, बुलंदशहर, मेरठ-गाजियाबाद, मुजफ्फरनगर-सहारनपुर। (नोट-मथुरा-एटा-मैनपुरी सीट से दो सदस्य चुने जाते हैं बाकी सभी निर्वाचन क्षेत्रों से एक-एक सदस्य का चुनाव होता है।)

इन छह सीटों पर दूसरे चरण में होगा चुनाव : गोंडा, फैजाबाद, बस्ती-सिद्धार्थनगर, गोरखपुर-महराजगंज, देवरिया व बलिया स्थानीय प्राधिकारी क्षेत्र। 

ये डाल सकते हैं वोट : विधान परिषद में स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव में नगर निगम, नगर पालिका परिषद, नगर पंचायतें, जिला पंचायतें, क्षेत्र पंचायतें व छावनी बोर्ड के सदस्य मतदान करते हैं। वर्ष 2016 के चुनाव में कुल 1,27,491 मतदाता थे। यह चुनाव 938 मतदान केंद्रों पर हुआ था। इस बार के चुनाव में यह संख्या करीब 1.40 लाख होने की उम्मीद है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने कहा कि चुनाव कार्यक्रम जारी हो गया है, अब नई मतदाता सूची बनाने का काम भी शुरू हो जाएगा।


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