UP Lockdown Day 3 : लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ अब तक कुल 3969 FIR दर्ज
UP Lockdown Day 3 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी सभी लोगों से अपील की है कि वे जहां भी हैं वहीं प्रवास न करें इसके बावजूद लोग सड़कों पर आ रहे हैं।
लखनऊ, जेएनएन। UP Lockdown Day 3 : उत्तर प्रदेश में अभूतपूर्व लॉकडाउन के दौरान पुलिस गड़बड़ी करने वालों से पूरी सख्ती से निपट रही है, फिर भी कुछ लोग सारे किए-कराए पर पानी फेरने का काम कर रहे हैं।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी सभी लोगों से अपील की है कि वे जहां भी हैं वहीं प्रवास न करें, इसके बावजूद लोग सड़कों पर आ रहे हैं। अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी ने बताया कि लॉकडाउन का उल्लंघन करने वाले लोगों के खिलाफ शुक्रवार तक कुल 3969 एफआईआर दर्ज की गई हैं।
लॉकडाउन के दौरान पुलिस ने काला बाजारी करने वालों पर भी कार्रवाई तेज कर दी है। प्रदेश में आवयश्क वस्तु अधिनियम के तहत 22 मुकदमे दर्ज किए गए हैं। इसके अलावा धारा 188 के तहत 3969 एफआइआर दर्ज की गई हैं। पुलिस लॉकडाउन में लोगों की मदद करने के साथ ही शासन के निर्देशों का उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध सख्ती भी बरत रही है। अब तक 98705 वाहनों का चालान किया गया है और 8567 वाहन सीज किए गए हैं। हजारों स्थानों पर बैरियर लगाकर प्रभ्रावी चेकिंग कराई जा रही है। खासकर बेवजह घर से निकलने वालों पर नजर रखने व कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। वाहन चेकिंग के दौरान दो करोड़ रुपये से अधिक शमन शुल्क वसूला जा चुका है।
जो पुलिसकर्मी जहां हो, वहीं करें ड्यूटी : डीजीपी
डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने लॉकडाउन के दौरान अपनी तैनाती के जिले से दूरे फंसे पुलिसकर्मियों को निर्देश दिया कि वे जहां हैं, वहीं ड्यूटी करें। लॉकडाउन के दौरान बहुत से पुलिसकर्मी अवकाश पर थे तथा दूसरे जिले में स्थानांतरण होने के बाद अपने ज्वाइनिंग टाइम का उपयोग कर रहे थे। यातायात संसाधनों के बंद होने के बाद वे अपने-अपने जिलों में फंस गए हैं। ऐसे हालात में डीजीपी ने अधीनस्थ अधिकारियों को उनसे ड्यूटी लेने के निर्देश दिये हैं।
निकटतम थाने में रिपोर्ट करें
डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने कहा है कि तबादले के बाद कार्यमुक्त हुए लेकिन आगमन नहीं सके पुलिसकर्मियों की आमद सभी संबंधित दस्तावेज देखने के बाद उन्हीं जिलों की पुलिस लाइन में करा ली जाए, जहां वे मौजूद हैं। अवकाश पर गए पुलिसकर्मियों के तैनाती के जिले से सभी दस्तावेज की जांच भी फोन, वाट्सएप व वीडियो कांफ्रेंसिंग से की जाए। वे जहां मौजूद हैं, उसके निकटतम थाने में रिपोर्ट करें। डीजीपी ने कहा है कि ऐसे सभी पुलिसकर्मी जिला मुख्यालय में रिजर्व के रूप में मौजूद रहेंगे और उनसे जरूरत के अनुरूप