शादी अनुदान योजना ने घपले पर यूपी सरकार ने की कार्रवाई, कानपुर की तत्कालीन डीएमओ निलंबित
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने शादी अनुदान योजना में कानपुर में हुई बड़े पैमाने पर गड़बड़ी के मामले में वहां की तत्कालीन जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी वर्षा अग्रवाल को निलंबित कर दिया है। वक्फ निरीक्षक नीरज मेहरोत्रा को भी निलंबित करने के आदेश दिए गए हैं।
लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने शादी अनुदान योजना में कानपुर में हुई बड़े पैमाने पर गड़बड़ी के मामले में वहां की तत्कालीन जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी (डीएमओ) वर्षा अग्रवाल को निलंबित कर दिया है। वर्षा इस समय संभल में जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी के पद पर कार्यरत थीं। उन्हें अल्पसंख्यक कल्याण निदेशालय से संबद्ध कर दिया गया है। वहीं, पटल सहायक के रूप में काम देखने वाले वक्फ निरीक्षक नीरज मेहरोत्रा को भी निलंबित करने के आदेश निदेशालय को दिए गए हैं।
शादी अनुदान योजना के तहत गरीब परिवारों को उनकी बेटियों की शादी के लिए सरकार 20 हजार रुपये का अनुदान देती है। कानपुर में इस योजना में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी मिली थी। इस मामले में सरकार ने तत्कालीन जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी वर्षा अग्रवाल को निलंबित कर दिया है। वह 23 जुलाई, 2019 से आठ जुलाई, 2021 तक कानपुर में तैनात थीं।
जिलाधिकारी की जांच में पाया गया कि उनके कार्यकाल में 72 अपात्रों को योजना का लाभ दिया गया। इस मामले में आवेदन पत्रों का सत्यापन करने वाले लेखपाल व कानूनगो पहले ही निलंबित किए जा चुके हैं। प्रमुख सचिव अल्पसंख्यक कल्याण के रविन्द्र नायक ने सोमवार को वर्षा अग्रवाल के निलंबन के आदेश जारी कर दिए। उन्हें अल्पसंख्यक कल्याण निदेशालय से संबद्ध कर दिया गया है। उन्होंने पटल सहायक नीरज मेहरोत्रा को भी निलंबित करने के आदेश दिए हैं। नीरज इस समय हरदोई में वक्फ निरीक्षक के पद पर तैनात हैं।