अखिलेश के बयान पर यूपी के मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह का तीखा पलटवार- अपने गिरेबां में झांकें गुंडों की पार्टी के मुखिया
यूपी सरकार के मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि सरकार ने पंचायत चुनाव में गड़बड़ी करने की कोशिश करने वालों पर नकेल कसने का काम किया है। इसी वजह से प्रदेश में शांतिपूर्ण चुनाव हो सके। जनता ने सरकार की नीतियों पर अपना भरोसा जताते हुए एतिहासिक जीत दिलाई।
लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी पर पंचायत चुनाव में गुंडागर्दी के आरोप लगाए तो यूपी सरकार के प्रवक्ता व एमएसएमई मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने भी उसी अंदाज में तीखा पलटवार किया। उन्होंने कहा कि गुंडों की पार्टी कहलाने वाली सपा के मुखिया अखिलेश यादव को पहले अपने गिरेबां में झांकना चाहिए। वह हार से बौखलाकर अनापशनाप बयानबाजी कर रहे हैं।
यूपी सरकार के मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने रविवार को जारी बयान में कहा कि सरकार ने पंचायत चुनाव में गड़बड़ी करने की कोशिश करने वालों पर नकेल कसने का काम किया है। इसी वजह से प्रदेश में शांतिपूर्ण तरीके से पंचायत चुनाव हो सके। जनता ने योगी सरकार की नीतियों पर अपना भरोसा जताते हुए भाजपा प्रत्याशियों को एतिहासिक जीत दिलाई है। समाजवादी पार्टी अपना जनाधार खो चुकी है। अपनी करारी हार से तिलमिलाए अखिलेश कुछ भी बयानबाजी करने से नहीं चूक रहे।
सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि भाजपा ने जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में 73 प्रत्याशी खड़े किए थे। इसमें 66 प्रत्याशियों ने विजय हासिल की है, जो योगी सरकार की नीतियों की देन है। ट्विटरजीवी अखिलेश यादव अपने एसी कमरे से बाहर निकलेंगे तो उनको सरकार की नीतियां दिखाई देंगी।
सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थ नाथ सिंह ने आरोप लगाया कि सपा कार्यकर्ताओं ने कई जगहों पर चुनाव में गड़बड़ी करने की कोशिश की, लेकिन सरकार की सख्ती के आगे वह कामयाब नहीं हो सके। भाजपा कार्यकर्ताओं ने कोविड के दौरान लोगों की मदद की। सरकार की नीतियों को घर-घर पहुंचाया।
उन्होंने कहा कि जनता ने योगी सरकार की नीतियों पर भरोसा जताते हुए प्रत्याशियों को विजयी बनाया, जो समाजवादी पार्टी से बर्दाश्त नहीं हो रहा है। गांवों और किसानों का विकास सरकार की प्राथमिकता है। सरकार ने ग्राम पंचायतों का बजट बढ़ाया। इससे गांवों की विकास योजनाओं ने रफ्तार पकड़ी है।
बता दें कि जिला पंचायत अध्यक्ष के बाद ब्लाक प्रमुख चुनाव में भी समाजवादी पार्टी को मिली करारी हार के बाद रविवार को अखिलेश यादव ने प्रदेश मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि सिर्फ ब्लाक प्रमुख चुनाव जीतने के लिए बहनों के कपड़े तक छीन लिए। एसपी सिटी जैसे अधिकारी को थप्पड़ मारे गए। पत्रकारों को पीटा गया। गोरखपुर सहित कई जिलों में सपा प्रत्याशियों के नामांकन पत्र छीनकर फाड़ दिए गए। कार्यकर्ताओं को मारा-पीटा गया। फर्जी मुकदमे लगाए, घर तक तोड़ने की धमकी दी। तमाम घटनाओं की तस्वीर और रिकार्डिंग सामने आ चुकी हैं।
अखिलेश यादव ने कहा कि जो जनता के दुख पर खुशी मनाए, वह योगी नहीं हो सकता। मुख्यमंत्री योगी नहीं हैं। उन्हें तो सिर्फ जेसीबी और ठोको ही पता है। पुलिस इस भूमिका में न होती तो पंचायत चुनाव का परिणाम कुछ और ही होता। आरोप लगाया है कि भाजपा ने पंचायत चुनाव पुलिस-प्रशासन और गुंडों के बल पर जीता है। जनता ने समर्थन सपा को दिया था, लेकिन भाजपा ने जनादेश का अपमान किया। सीएम योगी आदित्यनाथ गोरखपुर में गुंडागर्दी के नए प्रयोग करते हैं और फिर उसे पूरे प्रदेश में लागू करते हैं। उन्होंने स्पष्ट चेतावनी दी कि पंचायत चुनाव में सीमा लांघने वाले अफसरों की सूची तैयार है। सपा की सरकार बनते ही उन पर कार्रवाई की जाएगी। कोरोना से हुई मौतों का आडिट भी कराएंगे।